For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Neelam Upadhyaya's Discussions (600)

Discussions Replied To (47) Replies Latest Activity

"Wah ! hamesha ke tarah bahut shandar."

Neelam Upadhyaya replied Dec 15, 2010 to दुनिया के कईसे लुटल जाई ,

3 Dec 15, 2010
Reply by Rash Bihari Ravi

"hamesha aisan sundar abhivyakti.  Badhayee."

Neelam Upadhyaya replied Dec 13, 2010 to तहार रूप गोरी मनमोहक ,

4 Dec 13, 2010
Reply by Rash Bihari Ravi

"गम से हमार नाता बाटे पुरान , इंसानियत कहाला का ना पवनी जान , दुःख जब भइल ना पुछले भ…"

Neelam Upadhyaya replied Dec 10, 2010 to गम से हमार नाता बाटे पुरान ,

2 Dec 23, 2010
Reply by Rash Bihari Ravi

"भाई लोग मिल के रहा लोग , बिपति ना संब्रिधि के बुलावा लोग एकदम ठीक कहनी रवि जी । घर म…"

Neelam Upadhyaya replied Nov 4, 2010 to दस्तक (bhojpuri)

1 Nov 4, 2010
Reply by Neelam Upadhyaya

"समझ में आइल आँख भइल नम , आइल बुढ़ापा हमहू सुधारब , जन सेवा में अब हम लगाब , अब केहू आ…"

Neelam Upadhyaya replied Oct 29, 2010 to कवन कारन से दुखी हम ,

2 Oct 29, 2010
Reply by Rash Bihari Ravi

"रवि जी, हमेशा के तरह बहुत बढ़िया रचना ।"

Neelam Upadhyaya replied Oct 29, 2010 to भैया पुलिश वाला हमार बात लिह मानs ,

6 Dec 14, 2010
Reply by Rash Bihari Ravi

"रवि जी, बहुत मर्मस्पर्शी रचना बा । लइका के पैदा भइला के बाद ओकर लालन-पालन कर के बऽड़…"

Neelam Upadhyaya replied Oct 6, 2010 to बबुआ हो तनी घूम जाईता ,

8 Oct 7, 2010
Reply by Rash Bihari Ravi

"जहा बाटे पाईसा उहा बढ़त बा , चाही जहा पाईसा उहा नइखे जात , जेकरे पाकिट में बाटे पाईसा…"

Neelam Upadhyaya replied Oct 6, 2010 to कैसे बुझी गरीबन के गुरु पेट के आग ,

4 Oct 6, 2010
Reply by Neelam Upadhyaya

मुख्य प्रबंधक

"घर मे बवाल करईबs, भोजपूरियन मे मार करईबs, सरस्वती के अपमान करईबs, सुर से संग्राम करई…"

Neelam Upadhyaya replied Oct 5, 2010 to कुहकत बाड़ी "माई भोजपुरी"

26 Dec 19, 2010
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"हमार बात कुछ आउर बचवा सुतत नइखे , दू दिन से ओकरा पेट में कुछु पडल नइखे , कैसे बुझी ग…"

Neelam Upadhyaya replied Oct 4, 2010 to कैसे बुझी गरीबन के गुरु पेट के आग ,

4 Oct 6, 2010
Reply by Neelam Upadhyaya

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .मजदूर

दोहा पंचक. . . . मजदूरवक्त  बिता कर देखिए, मजदूरों के साथ । गीला रहता स्वेद से , हरदम उनका माथ…See More
8 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सुशील सरना जी मेरे प्रयास के अनुमोदन हेतु हार्दिक धन्यवाद आपका। सादर।"
8 hours ago
Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बेहतरीन 👌 प्रस्तुति सर हार्दिक बधाई "
20 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी समीक्षात्मक मधुर प्रतिक्रिया का दिल से आभार । सहमत एवं…"
21 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
21 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन आपकी स्नेहिल प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
21 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय"
21 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक ..रिश्ते
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी के भावों को आत्मीय मान से सम्मानित करने का दिल से आभार आदरणीय"
21 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"आ. भाई आजी तमाम जी, अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
21 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। उत्तम गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
22 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on AMAN SINHA's blog post काश कहीं ऐसा हो जाता
"आदरणीय अमन सिन्हा जी इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई स्वीकार करें। सादर। ना तू मेरे बीन रह पाता…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on दिनेश कुमार's blog post ग़ज़ल -- दिनेश कुमार ( दस्तार ही जो सर पे सलामत नहीं रही )
"आदरणीय दिनेश कुमार जी बहुत बढ़िया ग़ज़ल हुई है शेर दर शेर दाद ओ मुबारकबाद कुबूल कीजिए। इस शेर पर…"
yesterday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service