For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan"'s Discussions (1,174)

Discussions Replied To (974) Replies Latest Activity

"आदरणीय तेजवीर सर रचना को आशीष प्रदान करनें के लिए सादर प्रणाम्"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Nov 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-61

567 Nov 14, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"आदरणीय योगराज सर आपका आशीष मिला; मैं धन्य हुआ। सादर प्रणाम्"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Nov 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-61

567 Nov 14, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"आदरणीय सतविंदर जी सादर आभार"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Nov 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-61

567 Nov 14, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"आदरणीय राहिला जी रचना पर प्रतिक्रिया के लिए सादर आभार"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Nov 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-61

567 Nov 14, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"उस्मानी सर सादर आभार"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Nov 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-61

567 Nov 14, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"212 212 212 2 चल मनस का अँधेरा मिटायें। इस तरह दीप उत्सव मनायें।। आदमी का हृदय मुस…"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Nov 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-61

567 Nov 14, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"अच्छे अशआर वाली इस ग़ज़ल पर प्रणाम्। ये बात बड़े होकर सब मान ही लेते है अपने ही दिमागो…"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 24, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"सादर अभिवादन"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 24, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"सादर अभिवादन"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 24, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"सादर अभिवादन"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 24, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Jaihind Raipuri commented on Admin's group आंचलिक साहित्य
"गीत (छत्तीसगढ़ी ) जय छत्तीसगढ़ जय-जय छत्तीसगढ़ माटी म ओ तोर मंईया मया हे अब्बड़ जय छत्तीसगढ़ जय-जय…"
2 hours ago
LEKHRAJ MEENA is now a member of Open Books Online
yesterday
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"शेर क्रमांक 2 में 'जो बह्र ए ग़म में छोड़ गया' और 'याद आ गया' को स्वतंत्र…"
Sunday
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"मुशायरा समाप्त होने को है। मुशायरे में भाग लेने वाले सभी सदस्यों के प्रति हार्दिक आभार। आपकी…"
Sunday
Tilak Raj Kapoor updated their profile
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई जयहिन्द जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है और गुणीजनो के सुझाव से यह निखर गयी है। हार्दिक…"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई विकास जी बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. मंजीत कौर जी, अभिवादन। अच्छी गजल हुई है।गुणीजनो के सुझाव से यह और निखर गयी है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। मार्गदर्शन के लिए आभार।"
Sunday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय महेन्द्र कुमार जी, प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। समाँ वास्तव में काफिया में उचित नही…"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. मंजीत कौर जी, हार्दिक धन्यवाद।"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service