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फूलो की बहार है जिन्दगी,
काटो भरी सफर है जिन्दगी,
है जिन्दगी पर एक मकाम है यह जिन्दगी !
ये जिन्दगी एक अनकही पहेली है ,
जो समझ के भी समझ में न आये ,
ये जिन्दगी है, अनकही जिन्दगी !!
यह जिन्दगी है ,
सुबह से शाम है,
यह जिन्दगी हर एक नई सुबह है ,
यह जिन्दगी !

जिन्दगी जीने का नाम है ,
जीने की चाहत है ,
जिन्दगी हर दिन एक नया पैगाम है,
यह जिन्दगी !
इस जिन्दगी के सफर में,
जो पीछे छुट गया वह नही मिलता है ,
जो मिलता है, वही लक्ष्य है यह जिन्दगी !!

जिन्दगी के है कई रास्ते,
पर किस रास्ते पर लाएगी,
यह जिन्दगी!
वही रास्ता लक्ष्य बनाती है,
यह जिन्दगी !
इस जिन्दगी के है हजारो रंग,
हर रंग सबसे निराला है !
इस जिन्दगी में ख़ुशी भी है ,
गम भी है ,
हर गम निराला है !!
इस जिन्दगी के दो पहिये है ,
हर पहिये की अपनी अलग पहचान है ,
इसलिए यह जिन्दगी सबसे आसान है !
जीवन से भरा एक नया करवा है ,
यह जिन्दगी !
जीवन है इसलिए जिन्दा है ,
यह जिन्दगी !!

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Comment

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Comment by DEEP ZIRVI on October 17, 2010 at 2:15pm
जिन्दगी जीने का नाम है ,बेशक जिंदगी जीने के लिए है

मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on September 17, 2010 at 10:51pm
इस जिन्दगी के है हजारो रंग,
हर रंग सबसे निराला है !
इस जिन्दगी में ख़ुशी भी है ,
गम भी है ,
हर गम निराला है !!
इस जिन्दगी के दो पहिये है ,
हर पहिये की अपनी अलग पहचान है ,
बहुत खूब कही आपने, जिन्दगी को बडे ही खुबसूरत अंदाज मे आपने परिभाषित किया है, खुबसूरत कृति, बधाई आपको ,
Comment by आशीष यादव on September 17, 2010 at 1:57am
waah preeti ji;
zindgi ko is kadar prastut kiya aapne. shaandaar rachana badhai kabul kare.

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