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पर चर्चा के आनंद

पर चर्चा के आनंद
एगो भोजपुरी साईट के स्वघोषित स्वयम्भू आ उनकर कुछ चाटुकार मित्र मंडली समय -समय पर भोजपुरी भासी लोगन के इ एहसास करावत रहेला की उ लोग के अलावे पूरा बिहार ,उत्तरप्रदेश ,झारखण्ड, के बारे में केहू सोचे वाला नइखे (पता ना सोच -सोच के का भला करले बा लोग) | समय -समय पर अपना उत्क्रिस्ट (बिखिप्त) भासा से समझावे के बेजोड़ कोशिश करे ला लोग | आ एहू बात के ख्याल रखे ला लोग की उ लोग के बराबरी केहू खाड़ा ना होखे पावस | आ आपन हर लेख के माध्यम से ई एहसाश करावे ला लोग की उ लोग जौन लिखलस उ भोजपुरी के आंखरी सत्य ह |

बबुआ बिदेशी आ देशी हम त इहे कहब अपन दोकान पर ध्यान द लोग | लाभ होता की हानि होता एकर ख्याल राख लोग, बाकि के का करत बा , कैसे चलत बा ओकरा पर ज्यादा ध्यान देब लोग ता सेहत आ धंदा दुनो पर असर परी (जौन की already पड रहल बा , अईसन बुझाता )

ई बाबु लोग के भोजपुरी मसीहा बने के रोग लाग गइल बा | आपना साईट के अलावे बाकि सब साईट ई लोग के खराब लागेला ( उ त लगबे करी ,भाई ई लोग के धंदा थोडा मंदा जे हो गइल बा )
अंत में हम इहे कहब की दया करके सबके बेवकूफ समझल बंद करी सभे | आ अपना दौरी दोकान पर ध्यान केन्द्रित करी |
jai ho bhojpuri aa bhojpuri bhasi log ke

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Comment by Prabhakar Pandey on July 2, 2010 at 4:33pm
सादर नमस्कार। आपसे सादर अनुरोध बा कि अपनी ए रचना के http://www.bhojpuriexpress.com/ पर प्रकाशित करे के किरिपा करीं।
इ हमार प्रार्थना बा। सादर।।
Comment by Rash Bihari Ravi on July 2, 2010 at 3:25pm
मन के बात ऊपर आवत बाते ,
कहत बानी भोजपुरिया नाते ,
जे कुछ कहे चाह खुल के आव ,
हिम्मत बा त नजर मिलवा ,
खुलम खुल्ला तोहके बोलब ,
जान अब हम नाही छोराब ,
बिना मतलब के हो बबुआ ,
मत समझा सबके बधुआ ,
सचाई जब सामने आई ,
रोअबा तुहू मुहकी खाई ,
का फायदा बा पर निंदा में ,
हाथ ना लगाइब हम गन्दा में ,
मन के बात ऊपर आवत बाते ,
कहत बानी भोजपुरिया नाते ,
Comment by Rash Bihari Ravi on July 2, 2010 at 2:25pm
jai ho bijay bhaiya ke bahut badhia likhani

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