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सच कहू धन्य हुआ OBO इन्हें पाकर ,

कोई अभिनव कोई बागी कोई हैं प्रभाकर ,
सच कहू धन्य हुआ OBO इन्हें पाकर ,
सलिल जी की शायरी मस्त
भरी गीत हैं ,
आती हैं मस्ती मन में जोगेंद्र ब्लॉग पाकर ,
नविन राकेश राणा इसके तो सितारे हैं ,
नीलम जी, रंजना जी, अनीता जी आकर
दीपक शर्मा जी की बाते निराली हैं ,
बिजय , प्रीतम , और रत्नेश भाई अक्सर ,
गुरु भी धन्य हुए इन सब को संग पाकर ,

सतीश जी के गीत मन को भोराकर ,
लिखते अच्छे ब्लॉग भाई मेरे भास्कर ,
आते हैं लोग हर महिना बारी - बारी ,
इस महिना चमक रहे हैं शेष धर तिवारी ,
अरुण जी की गजल महफ़िल सजाती हैं ,
रोज बात करते हम चाट पे आकर ,
हर दम आती है OBO लाईव तरही मुशायरा ,
ख़ुशी हो या गम बाटतेहैं हम OBO के संग पाकर ,
OBO लाईव महा इवेंट बढ़ा दिया दायरा ,
खुश कर दी आप ने गजलशाला यहा लाकर ,

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Comment

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Comment by Rash Bihari Ravi on January 1, 2011 at 1:15pm
tiwari ji namaskar main giri hi hun guru jee ek dost ka uphar hain dho raha hun magar khushi se ,
Comment by Rash Bihari Ravi on December 23, 2010 at 7:45pm
dhanyabad rakesh ji
Comment by Rash Bihari Ravi on December 23, 2010 at 4:04pm
dhanyabad navin ji
Comment by Rash Bihari Ravi on December 23, 2010 at 12:44pm
dhanyabad ranjanaji bhaskar ji
Comment by Bhasker Agrawal on December 23, 2010 at 12:24pm
बहुत खूब रवि जी
Comment by रंजना सिंह on December 23, 2010 at 12:20pm

Waah...Waah...Waah...

Kya baat kahi hai...

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