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पेश है हाइकु....

१.लाल हथेली
   शगुन के बहाने
   मेहंदी खिली.
२.मिली बधाई
   सपना सच हुआ
   बेटी पराई.
३.सु-संस्कार
   दफना दिये मूल्य
   बंगला-कार
४.करेला है
   नीम के झाड़ पर
   खूब खेला है.
५.धोबी बेचारा
    घर का न घाट का
    गधा सहारा.
६.ये घटनाएँ
    यातायात बाधित
    दुर्घटनाएं.
७.हुई मुनादी
   अन्याय हतप्रभ
    नक्सलवादी.
८.बिल्ली आई
   छींका परेशान
   दूध-मलाई.
      **
  ९. सभी हाइकु 
-- अविनाश बागडे.
   देता आपकू

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Comment by AVINASH S BAGDE on June 20, 2012 at 8:40pm

PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA ji, vandana gupta mam & SHAILENDRA KUMAR SINGH 'MRIDU' ji..sabhi ka hriday se aabhar.

Comment by CA (Dr.)SHAILENDRA SINGH 'MRIDU' on April 30, 2012 at 12:25pm

बेहतरीन हाइकू बधाई स्वीकार करें

Comment by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA on April 26, 2012 at 3:00pm

aap hi q de rahe hain, swikar yahan i.q nahi hai kahan milega. badhai mahoday ji, sadar 

Comment by AVINASH S BAGDE on April 26, 2012 at 10:22am

आशीष यादव जी धन्यवाद.

Comment by AVINASH S BAGDE on April 26, 2012 at 10:21am

Bhai Chhotu Sinh ji...aabhar.

Comment by AVINASH S BAGDE on April 26, 2012 at 10:20am

आदरणीय प्राची जी,

धन्यवाद.
बड़ी ही आत्मीयता के साथ आपने मेरी रचना को देखा परखा और त्रुटियों की तरफ इशारा किया.
पुन:श्च....आभार.
Comment by आशीष यादव on April 26, 2012 at 9:07am

सुन्दर हाइकु रचे हैं|
कुछ हाइकु मुझे बहुत पसंद आये|
बधाई

Comment by AVINASH S BAGDE on April 25, 2012 at 7:20pm

Maheema ji,bahut bahut aabhar aapka.

Comment by AVINASH S BAGDE on April 25, 2012 at 7:19pm

Bagi ji sarahana ke liye aabhar.

aapki muhaware wali batbhavishya me yad rakhunga.

kuchh shilpgat trutiya ho gai thi...sudhara hai...kripaya sambhal le.

Comment by AVINASH S BAGDE on April 25, 2012 at 7:12pm

Dr Prachi ji

करेला है....is line me ये shabd choot gaya hai....sorry...thanks a lot.

नीम के झाड़ पर

खूब खेला है.
बिल्ली आई....ya i have done mistake in this haiku/line...i do agree.
 छींका परेशान
 दूध-मलाई

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