For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Tilak Raj Kapoor's Discussions (2,055)

Discussions Replied To (84) Replies Latest Activity

"सॉंसे सकल जहान, साथ चलती रहती हैं पल-पल दैहिक जीव, तुझे जीवन देती हैं। सुख से जीवन व…"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"आभारी हूँ धर्मेन्‍द्र जी।"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"आभारी हूँ धरम जी। कहते हैं 'जहँ न पहुँचे रवि, वहॉं पहुँचे कवि' मैं कहता हूँ कविता मे…"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"तरु समूह का ध्‍यान रखें सब मिल कर प्‍यारे ऐसे ही सुविचार सभी घर हों उजियारे। ओ बी ओ…"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"शब्‍द-शबद में आपने डाली इतनी जान, मानव तो निर्मम दिखा, वृक्ष दे रहे दान। "

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"सुंदर शब्‍दों से बनी, औ गहरे हैं भाव लहरों में ज्‍यूँ तिर रही, इक सुंदर सी नाव।"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"मानव मन क्‍यूँ हो गया, इतना निर्मम तात हमको भी बतलाईये, गर तुमको हो ज्ञात।"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"तरु ने तो सबको दिया, हरदम अपना प्रेम लेकिन मानव खेलता, हरदम इनसे गेम।"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"दोहा-दोहा कह रहा, गहरे-गहरे तत्‍व समझो तो इनमें भरा, मौन भाव का सत्‍व।"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"वृक्ष, भ्रूण की बात ये, कह दी खुलकर आजमौन रहे जो आज तक, उनको दी आवाज।"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय तस्दीक अहमद जी आदाब, बहुत सुंदर ग़ज़ल हुई है बहुत बधाई।"
5 hours ago
Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"लक्ष्मण धामी जी अभिवादन, ग़ज़ल की मुबारकबाद स्वीकार कीजिए।"
5 hours ago
Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय दयाराम जी, मतले के ऊला में खुशबू और हवा से संबंधित लिंग की जानकारी देकर गलतियों की तरफ़…"
5 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय तस्दीक अहमद खान जी, तरही मिसरे पर बहुत सुंदर प्रयास है। शेर नं. 2 के सानी में गया शब्द दो…"
6 hours ago
Gajendra shrotriya replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"इस लकीर के फकीर को क्षमा करें आदरणीय🙏 आगे कभी भी इस प्रकार की गलती नहीं होगी🙏"
7 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय रिचा यादव जी, आपने रचना जो पोस्ट की है। वह तरही मिसरा ऐन वक्त बदला गया था जिसमें आपका कोई…"
7 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय मनजीत कौर जी, मतले के ऊला में खुशबू, उसकी, हवा, आदि शब्द स्त्री लिंग है। इनके साथ आ गया…"
7 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, आपकी ग़जल इस बार कुछ कमजोर महसूस हो रही है। हो सकता है मैं गलत हूँ पर आप…"
7 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, बुरा मत मानियेगा। मै तो आपके सामने नाचीज हूँ। पर आपकी ग़ज़ल में मुझे बह्र व…"
8 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय महेन्द्र कुमार जी, अति सुंदर सृजन के लिए बधाई स्वीकार करें।"
8 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई तस्दीक अहमद जी, सादर अभिवादन। लम्बे समय बाद आपकी उपस्थिति सुखद है। सुंदर गजल हुई है। हार्दिक…"
8 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"ग़ज़ल 221, 2121, 1221, 212 इस बार रोशनी का मज़ा याद आगया उपहार कीमती का पता याद आगया अब मूर्ति…"
8 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service