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Tilak Raj Kapoor's Discussions (2,031)

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"सॉंसे सकल जहान, साथ चलती रहती हैं पल-पल दैहिक जीव, तुझे जीवन देती हैं। सुख से जीवन व…"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"आभारी हूँ धर्मेन्‍द्र जी।"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"आभारी हूँ धरम जी। कहते हैं 'जहँ न पहुँचे रवि, वहॉं पहुँचे कवि' मैं कहता हूँ कविता मे…"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"तरु समूह का ध्‍यान रखें सब मिल कर प्‍यारे ऐसे ही सुविचार सभी घर हों उजियारे। ओ बी ओ…"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"शब्‍द-शबद में आपने डाली इतनी जान, मानव तो निर्मम दिखा, वृक्ष दे रहे दान। "

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"सुंदर शब्‍दों से बनी, औ गहरे हैं भाव लहरों में ज्‍यूँ तिर रही, इक सुंदर सी नाव।"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"मानव मन क्‍यूँ हो गया, इतना निर्मम तात हमको भी बतलाईये, गर तुमको हो ज्ञात।"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"तरु ने तो सबको दिया, हरदम अपना प्रेम लेकिन मानव खेलता, हरदम इनसे गेम।"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"दोहा-दोहा कह रहा, गहरे-गहरे तत्‍व समझो तो इनमें भरा, मौन भाव का सत्‍व।"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"वृक्ष, भ्रूण की बात ये, कह दी खुलकर आजमौन रहे जो आज तक, उनको दी आवाज।"

Tilak Raj Kapoor replied Apr 20, 2012 to चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१३'

516 Apr 21, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

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