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Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan"'s Discussions (1,174)

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"आदरणीय मिथिलेश सर धन्यवाद"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बढ़िया ग़ज़ल; शेर दर शेर बधाइयाँ"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बढ़िया अशआर के लिए बधाइयाँ"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आपकी पोस्ट 2 बार हो गयी है एक डिलीट कर दीजिये"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"अफ़्लाक़ नहीं होते, परवाज़ नहीं मिलती “पाले हुये पंछी के, पर अपने नहीं होते” बढ़िया…"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बेहतरीन मतला; खूबसूरत ग़ज़ल, बधाइयाँ"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"वो जायें कहाँ जिनके, घर अपने नहीं होते। ईटों की इमारत हो, पर अपने नहीं होते।। सपने…"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Oct 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

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Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Sep 26, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-63

645 Sep 26, 2015
Reply by D.K.Nagaich 'Roshan'

"एक सुन्दर सी ग़ज़ल पर सलाम"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Sep 26, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-63

645 Sep 26, 2015
Reply by D.K.Nagaich 'Roshan'

"आपकी बधाई का इंतज़ार था मुझको। सादर अभिवादन स्वीकार करें।"

Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" replied Sep 26, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-63

645 Sep 26, 2015
Reply by D.K.Nagaich 'Roshan'

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