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वीनस केसरी's Discussions (2,462)

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"आदरणीय कहन की उच्चता संतुष्ट करती है मात्रिकता के विषय में विस्तृत चर्चा पहले ही हो…"

वीनस केसरी replied Jun 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-60

623 Jun 27, 2015
Reply by वीनस केसरी

"तेरी आँखों के समन्दर नहीं देखे जाते बेबसी के घने मंज़र नहीं देखे जातेवाह बहुत खूब"

वीनस केसरी replied Jun 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-60

623 Jun 27, 2015
Reply by वीनस केसरी

"इस सुन्दर प्रयास के लिए हार्दिक बधाई"

वीनस केसरी replied Jun 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-60

623 Jun 27, 2015
Reply by वीनस केसरी

"अच्छी ग़ज़ल के लिए बधाई स्वीकारें मुझे मतले में एक बाद समझ नहीं आई कि राह में जीत की…"

वीनस केसरी replied Jun 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-60

623 Jun 27, 2015
Reply by वीनस केसरी

"हू-ब-हू उनको दिखाते हैं, पसे-मंज़र हमआदरणीय, हूबहू पसे मंज़र केवल आईना दिखाता है ... आ…"

वीनस केसरी replied Jun 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-60

623 Jun 27, 2015
Reply by वीनस केसरी

"तरही ग़ज़ल ....शाइरों में भी सुखनवर नहीं देखे जाते अब तो आदाबे मुक़र्रर नहीं देखे जाते…"

वीनस केसरी replied Jun 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-60

623 Jun 27, 2015
Reply by वीनस केसरी

"मुह्तरम समर कबीर साहब ... अशफाक़ साहब के पेज पर जायेंगे तो पता चलेगा कि वो तरही मुशाय…"

वीनस केसरी replied Jun 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-60

623 Jun 27, 2015
Reply by वीनस केसरी

"पूरी ग़ज़ल शानदार है इन अशआर की जितनी तारीफ़ करूँ कम होगी ...  ऐ ख़ुदा अपनी ही दुनिया म…"

वीनस केसरी replied Jun 26, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-60

623 Jun 27, 2015
Reply by वीनस केसरी

"वाह वा ... जिंदाबाद ग़ज़ल हुई है"

वीनस केसरी replied Jun 26, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-60

623 Jun 27, 2015
Reply by वीनस केसरी

"ग़ज़ल पर शानदार प्रयास हुआ है ये दो अशआर ख़ास पसंद आये सामना मौत से पल-पल हो अगरचे मंजू…"

वीनस केसरी replied Jun 26, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-60

623 Jun 27, 2015
Reply by वीनस केसरी

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