For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Sanjay Mishra 'Habib'
Share on Facebook MySpace

Sanjay Mishra 'Habib''s Friends

  • शिज्जु "शकूर"
  • वेदिका
  • Aarti Sharma
  • आशीष नैथानी 'सलिल'
  • Gul Sarika Thakur
  • Neelkamal Vaishnaw
  • deepti sharma
  • Albela Khatri
  • Rekha Joshi
  • डॉ. सूर्या बाली "सूरज"
  • SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR
  • मनोज कुमार सिंह 'मयंक'
  • CA (Dr.)SHAILENDRA SINGH 'MRIDU'
  • UMASHANKER MISHRA
  • Rajiv Gupta
 

Sanjay Mishra 'Habib''s Page

Profile Information

Gender
Male
City State
Raipur
Native Place
Raipur
Profession
Govt. Servent
About me
Learner & Tryer

Sanjay Mishra 'Habib''s Photos

  • Add Photos
  • View All

Sanjay Mishra 'Habib''s Videos

  • Add Videos
  • View All

Sanjay Mishra 'Habib''s Blog

धनाक्षरी

भोर को निशा बना दे, अंधकार ही घना दे।
हो सके तो श्वांस ना दे, आदमी को आदमी।

लोभ के गुणों को जापे, हर्ष के लिए विलापे।
स्वार्थ में कठोर शापे, आदमी को आदमी।

भाग में रहा बदा है, जोड़ता यदा कदा है।
बांटता चला  सदा है, आदमी को आदमी।

शर्म ही बचा सकेगा, धर्म ही उठा सकेगा।
कर्म ही बना सकेगा, आदमी को आदमी।

_____मौलिक/अप्रकाशित______

Posted on December 18, 2013 at 6:39pm — 10 Comments

डेवलपमेंट्स

“सर! निगम के सी. ई. ओ. के घोटालों की पूरी रिपोर्ट मैंने फायनल कर दी है। प्रिंट में जाये उससे  पहले आप एक नज़र डाल लीजिए...” एडिटर इन चीफ ने रिपोर्ट पर सरसरी निगाह डाली और लापरवाही से उसे टेबल के किनारे रखे ट्रे पर डालते हुये कहा – “इसे छोड़ो, इस केस में कुछ नए डेवलपमेंट्स पता चले हैं... उन सब को एड करके बाद में देखेंगे... बल्कि तुम ऐसा करो कि नए आर॰ टी॰ ओ॰ से संबन्धित रिपोर्ट को जल्दी से फायनल कर दो, उसे कल के एडिशन में देना है...”



वह अपने चेम्बर में बैठ कर  आर॰ टी॰ ओ॰ से संबन्धित…

Continue

Posted on December 16, 2013 at 10:00am — 8 Comments

चाबी

राजकुमार तोते को दबोच लाया और सबके सामने उसकी गर्दन मरोड़ दी... “तोते के साथ राक्षस भी मर गया” इस विश्वास के साथ प्रजा जय जयकार करती हुई सहर्ष अपने अपने कामों में लग गई।

 

उधर दरबार में ठहाकों का दौर तारीं था... हंसी के बीच एक कद्दावर, आत्मविश्वास भरी गंभीर आवाज़ गूंजी... “युवराज! लोगों को पता ही नहीं चल पाया कि हमने अपनी ‘जान’ तोते में से निकाल कर अन्यत्र छुपा दी है...  प्रजा की प्रतिक्रिया से प्रतीत होता है कि आपकी युक्ति काम आ गई... राक्षस के मारे जाने के उत्साह और उत्सव के बीच…

Continue

Posted on October 4, 2013 at 9:36am — 22 Comments

अध्यादेश

शरीर पर बेदाग पोशाक, स्वच्छ जेकेट, सौम्य पगड़ी एवं चेहरे पर विवशता, झुंझलाहट, उदासी और आक्रोश के मिले जुले भाव लिए वे गाड़ी से उतरे... ससम्मान पुकारती अनेक आवाजों को अनसुना कर वे तेजी से समाधि स्थल की ओर बढ़ गए... फिर शायद कुछ सोच अचानक रुके, मुड़े और चेहरे पर स्थापित विभिन्न भावों की सत्ता के ऊपर मुस्कुराहट का आवरण डालने का लगभग सफल प्रयास करते हुये धीमे से बोले- “मैं जानता हूँ, जो आप पूछना चाहते हैं... देखिये, आप सबको, देश को यह समझना चाहिए... और समझना होगा कि ‘गांधी’ जी के…

Continue

Posted on October 2, 2013 at 9:08am — 25 Comments

Comment Wall (16 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 10:09pm on July 14, 2012, UMASHANKER MISHRA said…

ओ.बी.ओ. का चन्द्रमा , हम सभी  का प्यारा

सुर ताल भरी  लेखनी ,  छंदों का सितारा आदरणीय प्रिय भ्राता संजय मिश्र  हबीब जन्म दिन की हार्दिक शुभ कामना

At 9:55pm on July 14, 2012, Er. Ambarish Srivastava said…

आज आपका जन्म दिन, मन में है आनंद.

जीवन बीते प्यार से, रहें  सुखी  सानंद .. :-)

At 8:56pm on July 14, 2012, CA (Dr.)SHAILENDRA SINGH 'MRIDU' said…
संजय सर जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
At 5:09pm on July 14, 2012,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

At 11:43pm on July 13, 2012, SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR said…

प्रिय मिश्र हबीब भ्राता श्री खुशियाँ आप के गले लगी रहें सारे प्यारे सपने सच हो जाएँ जन्म दिन (अग्रिम) मुबारक हो ....जय श्री राधे 

भ्रमर ५ 
At 2:28pm on April 19, 2012, PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA said…

आदरणीय  संजय जी, इस दुखद घडी में हम आपके साथ हैं. ईश्वर आत्मा को शांति प्रदान  करे . 

At 6:39pm on April 18, 2012, विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी said…
आदरणीय संजय सर जी हम इस दुखद क्षण में मनसा अपके साथ हैं।ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि माता जी की आत्मा को शान्ति प्रदान करें।ॐ शान्ति! ॐ शान्ति!! ॐ शान्ति!!!
At 1:02pm on November 5, 2011, Abhinav Arun said…

संजय मिश्र हबीब जी  हार्दिक बधाई !! हम aapke  नित साहित्यिक सांस्कृतिक उन्नयन की कामना करते हैं aapki ओ बी ओ पर सक्रियता अनुकरणीय  है !! साधुवाद !!!!!

At 5:04pm on November 4, 2011, आशीष यादव said…

आदरणीय श्री संजय ’हबीब’ जी, महीने का सक्रिय सदस्य चुने जाने पर आपको बहुत बहुत बधाई|

At 1:09pm on November 4, 2011, Rash Bihari Ravi said…

badhai sanjay ji is mahina ke skriye sadasy chune jane ke liye

 
 
 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . रोटी

दोहा पंचक. . . रोटीसूझ-बूझ ईमान सब, कहने की है बात । क्षुधित उदर के सामने , फीके सब जज्बात ।।मुफलिस…See More
1 hour ago
Sushil Sarna commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post दोहा पंचक - राम नाम
"वाह  आदरणीय लक्ष्मण धामी जी बहुत ही सुन्दर और सार्थक दोहों का सृजन हुआ है ।हार्दिक बधाई…"
yesterday
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted blog posts
yesterday
दिनेश कुमार posted a blog post

प्रेम की मैं परिभाषा क्या दूँ... दिनेश कुमार ( गीत )

प्रेम की मैं परिभाषा क्या दूँ... दिनेश कुमार( सुधार और इस्लाह की गुज़ारिश के साथ, सुधिजनों के…See More
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

दोहा पंचक - राम नाम

तनमन कुन्दन कर रही, राम नाम की आँच।बिना राम  के  नाम  के,  कुन्दन-हीरा  काँच।१।*तपते दुख की  धूप …See More
yesterday
Sushil Sarna posted blog posts
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 162 in the group चित्र से काव्य तक
"अगले आयोजन के लिए भी इसी छंद को सोचा गया है।  शुभातिशुभ"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 162 in the group चित्र से काव्य तक
"आपका छांदसिक प्रयास मुग्धकारी होता है। "
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 162 in the group चित्र से काव्य तक
"वाह, पद प्रवाहमान हो गये।  जय-जय"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 162 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभाजी, आपकी संशोधित रचना भी तुकांतता के लिहाज से आपका ध्यानाकर्षण चाहता है, जिसे लेकर…"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 162 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अशोक भाई, पदों की संख्या को लेकर आप द्वारा अगाह किया जाना उचित है। लिखना मैं भी चाह रहा था,…"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 162 in the group चित्र से काव्य तक
"आ. प्रतिभा बहन सादर अभिवादन। सुंदर छंद हुए है।हार्दिक बधाई। भाई अशोक जी की बात से सहमत हूँ । "
Sunday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service