For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Er. Ganesh Jee "Bagi"'s Comments

Comment Wall (269 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 11:49am on May 4, 2012, ganesh lohani said…

जन्मदिन की शुभकामनायें 

गणेश लोहनी 

At 10:49am on May 4, 2012, Er. Ambarish Srivastava said…

जीवन में खुशियाँ मिलें, अपनापन औ प्यार.
जन्म दिवस शुभकामना,  शुभ-शुभ मेरे यार..

At 9:59am on May 4, 2012, विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी said…
आदरणीय बागी जी!
आपको जन्मदिन की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनायें।
ईश्वर से प्राथर्ना है कि आप दीर्घायु हो जायें।
At 9:22am on May 4, 2012, लक्ष्मण रामानुज लडीवाला said…

आदरणीय श्री गणेशजी बागी, आपको जन्म दिन की हार्दिक शुइभ-कामनाएं |

ईश्वर आपको खुशहाल दिर्घ्यु जीवन प्रदान करे और आप समाज और राष्ट्र 
में अपना योगदान देते रहे | आपका हमारा स्नेह बना रहे | -लक्ष्मण प्रसाद 
लडीवाला
At 1:18am on May 4, 2012, Er. Ambarish Srivastava said…

मंगलकारी जन्मदिन, आये बारम्बार.

सपने पूरे हों सभी, महके घर संसार.

महके घर संसार, दूर हों पथ के काँटे.

अपनापन जो साथ, सभी में खुशियाँ बाँटे.

अम्बरीष दें स्नेह, सराहे दुनिया सारी-

ओ बी ओ का साथ, सदा  हो मंगलकारी..

--अम्बरीष श्रीवास्तव

At 12:14pm on April 9, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

गणेश भाई जी, यह यात्रा कई अर्थों में एक निर्बंध यात्रा थी. हमने गंगा की लहरों के इस उन्मुक्त स्वरूप को पहली बार देखा, जहाँ गंगा का धीर, सर्वसाधी या पुरातन स्वरूप नहीं, बल्कि चिर चंचल प्रत्युत्साही स्वरूप था.. !!

At 8:19pm on April 8, 2012, Mukesh Kumar Saxena said…

गणेश जी भाई आप से प्रशंशा पाना अपने आप में एक उपलब्धि है मेरी कविताओं फर्क और पात्रता पर आपकी प्रतिक्रिया के लिए मै आपका आभारी हूँ ।

At 11:17am on April 5, 2012, MAHIMA SHREE said…
आदरणीय बागी जी,
नमस्कार , सुप्रभातम... ये जानकार ख़ुशी से मन झूम रहा है...आज तो मेरे पास शब्दों की कमी हो रही है.. OBO के गुणीजनों ने मेरी कविता को इस लायक समझा .... यहाँ कितना कुछ मुझे अभी सीखना है.. अभी रास्ता बहुत लम्बा है पर आरम्भ इतना सुंदर OBO पे हुआ है तो..निसंदेह ..मंजिल तक जाना बहुत आनंद दायक रहेगा
आप सबका हार्दिक धन्यवाद....
At 12:04pm on April 1, 2012, PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA said…

परम आदरणीय , श्री बागी जी.

आश्चर्य जनक किन्तु सत्य .
बधाई आपको ही है. मैं कुछ भी नहीं. 
शुभ दिन शुभ समाचार शुभ आयोजन 
इतना सब कुछ एक साथ. कोई गरीब कैसे सम्हाल सकेगा इतना सब कुछ. 
समय तो कम है पर पर आजीवन साथ निभाना है. सहारा तो आप देंगे न ..?
आभार, धन्यवाद.  
At 4:58pm on March 17, 2012, लक्ष्मण रामानुज लडीवाला said…

   उत्तरायण सूर्य (मकर संक्रांति) पर 
सभी पारिवारिक सदश्यों को हार्दिक शुभ कामनाए 
परिवार में सोहार्दपूर्ण वातावरण सब मिल बढाए
आपका ही -Laxman Prasad Ladiwala


At 3:45pm on March 17, 2012, Chaatak said…

Thanks a lot sir!

At 10:00am on March 17, 2012, RAJEEV KUMAR JHA said…

धन्यवाद ! आदरणीय गणेश जी.अभी इस साईट से अभ्यस्त होने का प्रयास कर रहा हूँ

At 3:42pm on March 4, 2012, PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA said…

सुन्दर विचारों की धरती पर आपका स्वागत है 

At 10:53am on March 2, 2012, MAHIMA SHREE said…
बागी जी , नमस्कार,
आपका बहूत-2 धन्यवाद.....आपने मेरी कविता पढ़ी..सराहा..अभारी हूँ...
At 9:46am on March 2, 2012,
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
said…

आदरणीय गणेश जी बहुत ख़ुशी हुई यह जानकार की ओ बी ओ प्रबंधन ने मुझे इस योग्य समझा |आप सभी की तहे दिल से शुक्र गुजार हूँ |क्या कहूँ .....ना कोई आहट ना सरसराहट ना एहसास कोई                                                   

 दबे  पाँव  चलके आई  जिंदगी में मिठास कोई 
                                                                                                                                                                                   आगे भी मैं अपनी  हर कोशिश में ओ बी ओ में योगदान इसी तरह देती रहूंगी क्यूंकि यह ऐसा मंच है जहां हर किसी को अपना हुनर दिखाने और गुरुजनों की कृपा से तराशने का मौका मिलेगा |हार्दिक आभार |

Delete Comment

At 12:11am on March 2, 2012, वीनस केसरी said…

धन्यवाद गणेश जी

तह ए दिल से धन्यवाद

At 8:29pm on February 15, 2012, Mukesh Kumar Saxena said…

श्री मान बागी जी साहब ,

दो तीन दिन तक कोई कमेन्ट नहीं आने से काफी निराश हो गया था. असल में अभी नया हूँ इस लिए अधीरता है. आप की प्रशंसा से मन खिल गया । आशा है आप नए रचनाकारों का  विशेष ध्यान रखेंगे .  आपका बहुत बहुत धन्यबाद 

At 7:54pm on January 29, 2012, Mukesh Kumar Saxena said…

धन्याबाद आपके द्वारा किया गया उत्साहवर्धन ही मुझे लिखने की प्रेरणा देता है.

At 8:57pm on January 2, 2012, Mukesh Kumar Saxena said…

मै आपका बहुत ही आभारी हूँ की आपने मेरी कविता की सराहना करके मेरा उत्साह वर्धन किया

At 6:28am on December 30, 2011, आशीष यादव said…

dhanywaad

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बहुत सुंदर अभिव्यक्ति हुई है आ. मिथिलेश भाई जी कल्पनाओं की तसल्लियों को नकारते हुए यथार्थ को…"
Friday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश भाई, निवेदन का प्रस्तुत स्वर यथार्थ की चौखट पर नत है। परन्तु, अपनी अस्मिता को नकारता…"
Thursday
Sushil Sarna posted blog posts
Wednesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार ।विलम्ब के लिए क्षमा सर ।"
Wednesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया .... गौरैया
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी । सहमत एवं संशोधित ।…"
Wednesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .प्रेम
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभार आदरणीय"
Jun 3
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .मजदूर

दोहा पंचक. . . . मजदूरवक्त  बिता कर देखिए, मजदूरों के साथ । गीला रहता स्वेद से , हरदम उनका माथ…See More
Jun 3

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सुशील सरना जी मेरे प्रयास के अनुमोदन हेतु हार्दिक धन्यवाद आपका। सादर।"
Jun 3
Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बेहतरीन 👌 प्रस्तुति सर हार्दिक बधाई "
Jun 2
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी समीक्षात्मक मधुर प्रतिक्रिया का दिल से आभार । सहमत एवं…"
Jun 2
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
Jun 2
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन आपकी स्नेहिल प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
Jun 2

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service