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बारिश : सरिता भाटिया

काली घटाओं ने दिल्ली को यूँ घेरा है

दिन में ही देखो छाया कैसा अँधेरा है

दिल क्यों धक धक करे गोरी तेरा है

आज तो ठंडी हवाओं का यहाँ बसेरा है

होगी बारिश खूब,दिल कहे आज मेरा है

बहारों ने देखो फिर से जादू बिखेरा है

.....................सरिता....................

         मौलिक व अप्रकाशित 

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Comment by Sarita Bhatia on June 17, 2013 at 10:42pm

jitendra ji namskaar 

शुक्रिया sir 

Comment by coontee mukerji on June 17, 2013 at 8:30pm

होगी बारिश खूब,दिल कहे आज मेरा है

बहारों ने देखो फिर से जादू बिखेरा है.........बहुत खूब / सादर / कुंती.

Comment by aman kumar on June 17, 2013 at 5:07pm

अरे दिल्ली ही नही अब तो पुरे देश मे ही कलि घटाए  है 

Comment by Pragya Srivastava on June 17, 2013 at 4:54pm

सरिता जी, दिल्ली की बारिश की बात निराली है.......................बधाई

Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on June 17, 2013 at 4:06pm
आदरणीया...सरिता जी, आपने अपनी रचनात्मक शैली में दिल्ली की बारिश के बहुत खूबी से दर्शन करा दिए है....आदरणीया शुभकामनाऐं

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