जाते हुए साल
एक बात पूछनी है
सीधा सीधा सा बस एक सवाल
कि तुम हर साल बदलने वाला
केवलमात्र क्या एक अंक हो
अथवा समझते हो कि तुम निष्कलंक हो
सारी जिम्मेवारी समय के काँधों पर डाल
किसे बहलाते हो
कुछ बदल नहीं सकते
अथवा बदलना नहीं चाहते
तो फिर -फिर क्यों आते हो
एक चेतावनी समझ लेना
अब के तभी आना
जो यदि
बंद करा सको युद्ध को
मुक्त करा सको प्रबुद्ध को
अथवा वहीं रहना
किसी से न कहना
कि तुम हार गए हो
..........
मौलिक व…
Added by amita tiwari on December 15, 2023 at 12:00am — 1 Comment
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