For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

जैन महातीर्थ गुजरात में आदिनाथ भगवन का मंदिर जो पहाड़ी पर है . मैं वहां तक जा पाऊंगा यह कभी सोचा नहीं था परन्तु रूचि, सीमा, धीरज व ललित जी के सहयोग से इतनी ऊँचाई पर पहुंचा व दर्शन करके मन को सकूँ मिला.

Views: 262

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on November 7, 2011 at 1:32pm

जी आपने सही कहा सर, कि वो स्थान बिहार में है.

पावापुरी राजगृह (राजगीर) के निकट नवादा में है.  धनबाद जनपद (जिला) वहाँ से बहुत दूर है.

Comment by LOON KARAN CHHAJER on November 6, 2011 at 7:39pm

सौरभ जी
आपने सही कहा वह जगह बिहार में धनबाद में है .मुझे मेरे माता-पिता के साथ उस जगह का दर्शन का सोभाग्य मिला था .आपकी  ऐतिहासिक जानकारी बहुत अच्छी लगी. यह जगह गुजरात में है एहन पहाड़ी पर आदिनाथ भगवन का मंदिर है.  वर्षितप के पारने बहुत भरी संख्या में   प्रत्येक  वर्ष होते है.
धन्यवाद.


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on November 2, 2011 at 8:12pm

भाई लूणकरण छाजेरजी, पावापुरी नाम से याद आया, यह स्थान बिहार राज्य में है जहाँ चौबीसवें तीर्थंकर महावीर भगवान ने निर्वाण प्राप्त किया था. बड़ा ही पवित्र स्थान है यह.  उक्त स्थान पर गुलाबी सैण्ड स्टोन का भव्य मन्दिर बना है.  मन्दिर के चारों ओर एक बड़ा तालाब है बना है जिसमें कमल के फूल भरे हैं.

कहते हैं कि उस बड़े तालाब का निर्माण भगवान के निर्वाण के बाद लोगों द्वारा वहाँ की पवित्र धूल-मिट्टी को प्रसाद के रूप में ले जाने के कारण हो गया है.

पावापुरी में जैन धर्मावलंबियों के साथ-साथ अन्य मतावलंबियों का भी साल भर ताँता लगा रहता है.

 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post शर्मिन्दगी - लघु कथा
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी प्रस्तुति को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी ।हार्दिक आभार "
5 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Saurabh Pandey's discussion गजल : निभत बा दरद से // सौरभ in the group भोजपुरी साहित्य
"किसी भोजपुरी रचना पर आपकी उपस्थिति और उत्साहवर्द्धन किया जाना मुझे अभिभूत कर रहा है। हार्दिक बधाई,…"
6 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post दोहे (प्रकृति)
"आ. भाई सुरेश जी, सादर अभिवादन। उत्तम दोहे रचे हैं हार्दिक बधाई।"
11 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post शर्मिन्दगी - लघु कथा
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुन्दर लघुकथा हुई है। हार्दिक बधाई।"
11 hours ago
Shyam Narain Verma replied to Saurabh Pandey's discussion गजल : निभत बा दरद से // सौरभ in the group भोजपुरी साहित्य
"नमस्ते जी, बहुत ही सुन्दर भोजपुरी ग़ज़ल की प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey added a discussion to the group भोजपुरी साहित्य
Thumbnail

गजल : निभत बा दरद से // सौरभ

जवन घाव पाकी उहे दी दवाईनिभत बा दरद से निभे दीं मिताई  बजर लीं भले खून माथा चढ़ावत कइलका कहाई अलाई…See More
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post शर्मिन्दगी - लघु कथा
"आदरणीय श्याम नारायण वर्मा जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय"
Sunday
Shyam Narain Verma commented on Sushil Sarna's blog post शर्मिन्दगी - लघु कथा
"नमस्ते जी, बहुत ही सुन्दर और ज्ञान वर्धक लघुकथा, हार्दिक बधाई l सादर"
Saturday
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted blog posts
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted blog posts
Saturday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"हार्दिक धन्यवाद आदरणीय मनन कुमार सिंह जी। बोलचाल में दोनों चलते हैं: खिलवाना, खिलाना/खेलाना।…"
Friday
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"आपका आभार उस्मानी जी। तू सब  के बदले  तुम सब  होना चाहिए।शेष ठीक है। पंच की उक्ति…"
Friday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service