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मिथिलेश वामनकर's Discussions (7,303)

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सदस्य टीम प्रबंधन

"सीखे गजल हम, गीत गाए, ओबिओ के साथ। जो भी कमाया, नाम माथे, ओबिओ का हाथ। जो भी सृजन मे…"

मिथिलेश वामनकर replied Jun 18 to कामरूप छंद // --सौरभ

14 Jun 18
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"आयोजन कब खुलने वाला, सोच सोच जो रहें अधीर। ढूंढ रहे हम ओबीओ के, कब आयेंगे सारे वीर।…"

मिथिलेश वामनकर replied Jun 18 to वीर छंद या आल्हा छंद

5 Jun 18
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"तेरह तेरह भार से, बनता जो मकरंद है उसको ही कहते सखा, ये उल्लाला छंद है। "

मिथिलेश वामनकर replied Jun 18 to उल्लाला छन्द // --सौरभ

13 Jun 18
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"शक्ति छंद विधान से गुजरते हुए- चलो हम बना दें नई रागिनी। सजा दें सुरों से हठी कामिन…"

मिथिलेश वामनकर replied Jun 18 to शक्ति छन्द के मूलभूत सिद्धांत // --सौरभ

10 Jun 18
Reply by मिथिलेश वामनकर

"गुरुतोमर छंद के विधान को पढ़ते हुए- रच प्रेम की नव तालिका। बन कृष्ण की गोपालिका।। च…"

मिथिलेश वामनकर replied Jun 18 to तोमर छंद

6 Jun 18
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"हरिगीतिका छंद विधान के अनुसार श्रीगीतिका x 4 और हरिगीतिका x 4 के अनुसार एक प्रयास क…"

मिथिलेश वामनकर replied Jun 18 to हरिगीतिका छन्द के मूलभूत सिद्धांत // --सौरभ

25 Jun 18
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"राम बोलो श्याम बोलो छंद होगा गीतिका। शैव बोलो शक्ति बोलो छंद ऐसी रीति का।। लोग बोलें…"

मिथिलेश वामनकर replied Jun 18 to गीतिका छंद

17 Jun 18
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"दोहे के दो पद लिए, रोला के पद चार। कुंडलिया का छंद तब, पाता है आकार। पाता है आकार, छ…"

मिथिलेश वामनकर replied Jun 18 to कुण्डलिया छंद : मूलभूत नियम

9 Jun 18
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"सोलह सोलह भार जमाते ।चौपाई का छंद बनाते।। त्रिकल त्रिकल का जोड़ मिलाते। दो कल चौकाल…"

मिथिलेश वामनकर replied Jun 18 to चौपाई : मूलभूत नियम

22 Jun 18
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"आदरणीय सौरभ सर, रोला छंद विधान से एक बार फिर साक्षात्कार कर रहा हूं। पढ़कर रिवीजन हो…"

मिथिलेश वामनकर replied Jun 18 to रोला छंद : मूलभूत नियम

3 Jun 18
Reply by मिथिलेश वामनकर

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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
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Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
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