For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Manisha Saxena's Discussions (56)

Discussions Replied To (56) Replies Latest Activity

"अनकहा बेटे बहु ने बड़े इसरार करके माता- पिता को अपने मेट्रो शहर में बुलाया |घर में हर…"

Manisha Saxena replied Aug 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-29 (विषय: अनकहा)

1092 Aug 31, 2017
Reply by surender insan

"देखने में छोटी पर लाख टके की बात ,दिल से आभारी हूँ |बहुत बहुत धन्यवाद |आगे भी मुझे ऐ…"

Manisha Saxena replied Aug 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"हौसला बढ़ाने के लिए धन्यवाद |"

Manisha Saxena replied Aug 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"धन्यवाद प्रतिभा जी "

Manisha Saxena replied Aug 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"आभार सर ,आपको पसंद आये ,बहुत खुशी हुई |"

Manisha Saxena replied Aug 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"अखिलेश जी आपकी चिंता वाजिब है |दोनों रचनाएं बहुत बढ़िया |बधाई स्वीकारें |"

Manisha Saxena replied Aug 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"जिस मुहब्बत ----------तार तार शब्दों में |बहुत बढ़िया |बधाई दिल से |"

Manisha Saxena replied Aug 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"सुन्दर छंद मन के कोरे ---------हो जाते साकार |बहुत बढ़िया |बधाई |"

Manisha Saxena replied Aug 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"वाह वाह  प्रतीक भी यही ,प्रतिक्रया भी इन्हीं से |बहुत बढ़िया |बधाई |"

Manisha Saxena replied Aug 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"श्यामजी सुन्दर बात -शब्द न होते तो इशारे होते ------बहुत बढ़िया |"

Manisha Saxena replied Aug 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

आशीष यादव added a discussion to the group भोजपुरी साहित्य
Thumbnail

दियनवा जरा के बुझावल ना जाला

दियनवा जरा के बुझावल ना जाला पिरितिया बढ़ा के घटावल ना जाला नजरिया मिलावल भइल आज माहुर खटाई भइल आज…See More
13 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय सौरभ सर, क्या ही खूब दोहे हैं। विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय "
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . शृंगार

दोहा पंचक. . . . शृंगारबात हुई कुछ इस तरह,  उनसे मेरी यार ।सिरहाने खामोशियाँ, टूटी सौ- सौ बार…See More
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन।प्रदत्त विषय पर सुन्दर प्रस्तुति हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"बीते तो फिर बीत कर, पल छिन हुए अतीत जो है अपने बीच का, वह जायेगा बीत जीवन की गति बावरी, अकसर दिखी…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे,  ओ यारा, ओ भी क्या दिन थे। ख़बर भोर की घड़ियों से भी पहले मुर्गा…"
Sunday
Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय गिरिराज जी एक अच्छी गजल आपने पेश की है इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई आदरणीय मिथिलेश जी ने…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service