For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Saurabh Pandey's Discussions (17,402)

Discussions Replied To (10592) Replies Latest Activity

"आदरणीय अम्बरीषभाईजी,  शिल्प पर आपकी पकड़ बिलाशक क़िताबी होती है. बहुत झूम कर पढ़ गया सा…"

Saurabh Pandey replied Mar 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २१(Now closed with 557 Replies)

557 Apr 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आपने सही फ़रमाया है आदरणीय योगराज भाई साहब. शुतुरगुर्बा का ही इशारा था, जहाँ कुरसी के…"

Saurabh Pandey replied Mar 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २१(Now closed with 557 Replies)

557 Apr 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आपका प्रत्युत्तर अभी देख पा रहा हूँ भाई राकेश जी. आपने जिस साफ़गोई से बातें की हैं कि…"

Saurabh Pandey replied Mar 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २१(Now closed with 557 Replies)

557 Apr 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"इअ बात का मैं भी समर्थन करता हूँ.  ’करा है’ या ’करी है’ भाषा सम्मत नहीं हैं.  "

Saurabh Pandey replied Mar 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २१(Now closed with 557 Replies)

557 Apr 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"भाई तपन जी, आपसे बहुत उम्मीदें हैं. आप सतत प्रयासरत रहें. हार्दिक शुभकामनाएँ. "

Saurabh Pandey replied Mar 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २१(Now closed with 557 Replies)

557 Apr 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आप एकदम सही कह रहे हैं डाक्टर साहब. आदरणीय आलोक जी की कहन और शिल्प की कसावट बड़े मार्…"

Saurabh Pandey replied Mar 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २१(Now closed with 557 Replies)

557 Apr 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"सही कहा आपने. पूछना और जानना ही तो मूल है इस मंच का. "

Saurabh Pandey replied Mar 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २१(Now closed with 557 Replies)

557 Apr 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आदरणीय अम्बरीष भाईजी,   आदरणीय आलोकजी की विधा पर पकड़ निस्संदेह हम सभी के लिये अनुकरण…"

Saurabh Pandey replied Mar 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २१(Now closed with 557 Replies)

557 Apr 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"भाई राकेशजी, बह्र, काफ़िया, रदीफ़ सब निभाते गये हैं आप, बहुत अच्छे !  हुस्न-ए-मतला तो…"

Saurabh Pandey replied Mar 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २१(Now closed with 557 Replies)

557 Apr 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"तरही मुशायरे के ऑनलाइन मंच पर आपका हार्दिक स्वागत है, भाई संदीप वाहिद जी. "

Saurabh Pandey replied Mar 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २१(Now closed with 557 Replies)

557 Apr 1, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय महेंद्र जी, ग़ज़ल की बधाई स्वीकार कीजिए"
54 minutes ago
Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"खुशबू सी उसकी लाई हवा याद आ गया, बन के वो शख़्स बाद-ए-सबा याद आ गया। वो शोख़ सी निगाहें औ'…"
59 minutes ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हमको नगर में गाँव खुला याद आ गयामानो स्वयं का भूला पता याद आ गया।१।*तम से घिरे थे लोग दिवस ढल गया…"
2 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"221    2121    1221    212    किस को बताऊँ दोस्त  मैं…"
3 hours ago
Mahendra Kumar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"सुनते हैं उसको मेरा पता याद आ गया क्या फिर से कोई काम नया याद आ गया जो कुछ भी मेरे साथ हुआ याद ही…"
9 hours ago
Admin posted a discussion

"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)

आदरणीय साथियो,सादर नमन।."ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" में आप सभी का हार्दिक स्वागत है।प्रस्तुत…See More
10 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"सूरज के बिम्ब को लेकर क्या ही सुलझी हुई गजल प्रस्तुत हुई है, आदरणीय मिथिलेश भाईजी. वाह वाह वाह…"
20 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

कुर्सी जिसे भी सौंप दो बदलेगा कुछ नहीं-लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

जोगी सी अब न शेष हैं जोगी की फितरतेंउसमें रमी हैं आज भी कामी की फितरते।१।*कुर्सी जिसे भी सौंप दो…See More
Thursday
Vikas is now a member of Open Books Online
Tuesday
Sushil Sarna posted blog posts
Monday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा दशम्. . . . . गुरु
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय । विलम्ब के लिए क्षमा "
Monday
सतविन्द्र कुमार राणा commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"जय हो, बेहतरीन ग़ज़ल कहने के लिए सादर बधाई आदरणीय मिथिलेश जी। "
Monday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service