For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

umesh katara's Discussions (79)

Discussions Replied To (79) Replies Latest Activity

"हर बद के ही खिलाफ चलाना है तीर को  अपना भी कोई खास निशाना तो है नहीं ------------वाह…"

umesh katara replied Apr 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-46

959 Apr 27, 2014
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"वाहहहह वाहहहह उम्दा प्रस्तुति के लिये बधाई स्वीकार करें "

umesh katara replied Apr 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-46

959 Apr 27, 2014
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"बधाई सर"

umesh katara replied Apr 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-46

959 Apr 27, 2014
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"आदरणीया उम्दा प्रस्तुति के लिये बधाई"

umesh katara replied Apr 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-46

959 Apr 27, 2014
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"शुक्रिया अखण्ड जी दिली शुक्रिया"

umesh katara replied Apr 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-46

959 Apr 27, 2014
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"शुक्रिया योगराज प्रभाकर जी तहेदिल से शुक्रिया"

umesh katara replied Apr 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-46

959 Apr 27, 2014
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"ग़ज़ल --------- हमसा भी कोई यार दिवाना तो है नहीं फिर भी हुआ रकीब जमाना तो है नहीं…"

umesh katara replied Apr 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-46

959 Apr 27, 2014
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"उम्दा प्रस्तुति है साहब आपकी दिल से बार बार बधाई आपको"

umesh katara replied Apr 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-46

959 Apr 27, 2014
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"फंसा हुआ है जीवन सारादुनिया की दुनियादारी मेंभ्रष्टाचार अब चढा आसमाँधन दौलत की बीमार…"

umesh katara replied Dec 14, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 38 (Now Closed)

956 Dec 16, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"आदरणीय अच्छी मोहक गजलवाह्ह्ह् "

umesh katara replied Nov 29, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा-अंक 41 (Now Closed)

697 Nov 30, 2013
Reply by Saurabh Pandey

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Jaihind Raipuri joined Admin's group
Thumbnail

आंचलिक साहित्य

यहाँ पर आंचलिक साहित्य की रचनाओं को लिखा जा सकता है |See More
25 minutes ago
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हर सिम्त वो है फैला हुआ याद आ गया ज़ाहिद को मयकदे में ख़ुदा याद आ गया इस जगमगाती शह्र की हर शाम है…"
54 minutes ago
Vikas replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"विकास जोशी 'वाहिद' तन्हाइयों में रंग-ए-हिना याद आ गया आना था याद क्या मुझे क्या याद आ…"
1 hour ago
Tasdiq Ahmed Khan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"ग़ज़ल जो दे गया है मुझको दग़ा याद आ गयाशब होते ही वो जान ए अदा याद आ गया कैसे क़रार आए दिल ए…"
2 hours ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"221 2121 1221 212 बर्बाद ज़िंदगी का मज़ा हमसे पूछिए दुश्मन से दोस्ती का मज़ा हमसे पूछिए १ पाते…"
2 hours ago
Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय महेंद्र जी, ग़ज़ल की बधाई स्वीकार कीजिए"
4 hours ago
Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"खुशबू सी उसकी लाई हवा याद आ गया, बन के वो शख़्स बाद-ए-सबा याद आ गया। वो शोख़ सी निगाहें औ'…"
4 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हमको नगर में गाँव खुला याद आ गयामानो स्वयं का भूला पता याद आ गया।१।*तम से घिरे थे लोग दिवस ढल गया…"
6 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"221    2121    1221    212    किस को बताऊँ दोस्त  मैं…"
6 hours ago
Mahendra Kumar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"सुनते हैं उसको मेरा पता याद आ गया क्या फिर से कोई काम नया याद आ गया जो कुछ भी मेरे साथ हुआ याद ही…"
13 hours ago
Admin posted a discussion

"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)

आदरणीय साथियो,सादर नमन।."ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" में आप सभी का हार्दिक स्वागत है।प्रस्तुत…See More
13 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"सूरज के बिम्ब को लेकर क्या ही सुलझी हुई गजल प्रस्तुत हुई है, आदरणीय मिथिलेश भाईजी. वाह वाह वाह…"
yesterday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service