For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

रक्षिता सिंह's Discussions (58)

Discussions Replied To (58) Replies Latest Activity

"सादर प्रणाम आदरणीय, यथार्थ कहा आपने अपना किया तो एक ना एक दिन आगे आना ही है। बहुत अ…"

रक्षिता सिंह replied May 31, 2021 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-74 (विषय: अनुभव)

58 May 31, 2021
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

""अनुभव" चचा की बात मान ली होती तो आज ये दिन ना देखना पड़ता, तेरी बातों में आकर,अच्छा…"

रक्षिता सिंह replied May 31, 2021 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-74 (विषय: अनुभव)

58 May 31, 2021
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"सादर प्रणाम,आदरणीया। बहुत अच्छी लघु कथा हुई हार्दिक बधाई स्वीकार करें। "

रक्षिता सिंह replied May 30, 2021 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-74 (विषय: अनुभव)

58 May 31, 2021
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"आदरणीया बबिता जी, नमस्कार।  बहुत ही ह्रदयस्पर्शी लघुकथा, हार्दिक बधाई स्वीकार करें। "

रक्षिता सिंह replied May 30, 2021 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-74 (विषय: अनुभव)

58 May 31, 2021
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"इक अजनबी से दिल का लगाना बहुत हुआ ऐ इश्क, बस अब तेरा सताना बहुत हुआ !! ले लूँ खुदा…"

रक्षिता सिंह replied May 23, 2020 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-119

417 May 24, 2020
Reply by नादिर ख़ान

"बेहिजाब यूँ ना फिरा करो, ज़रा रूख पे पर्दा रखा करो, देखो जमाना खराब है, तुम बुरी नज…"

रक्षिता सिंह replied Apr 24, 2020 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-118

67 Apr 25, 2020
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"आदरणीया राजेश जी नमस्कार,   बहुत ही उम्दा गज़ल, हर शैर काबिल ए तारीफ... दिली मुबारकब…"

रक्षिता सिंह replied Jun 28, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-108

199 Jun 28, 2019
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय अमित जी नमस्कार, आपकी शिर्कत व हौसला अफजाई के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया ।।"

रक्षिता सिंह replied Jun 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-96

699 Jun 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय आरिफ जी नमस्कार, आपकी शिर्कत के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।"

रक्षिता सिंह replied Jun 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-96

699 Jun 28, 2018
Reply by Samar kabeer

"ये कहानी बहुत पुरानी है। मीत है, गीत है, सुनानी है।।1।। थी जो अपनी कभी बेगानी है। व…"

रक्षिता सिंह replied Jun 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-96

699 Jun 28, 2018
Reply by Samar kabeer

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय सौरभ सर, क्या ही खूब दोहे हैं। विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय "
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . शृंगार

दोहा पंचक. . . . शृंगारबात हुई कुछ इस तरह,  उनसे मेरी यार ।सिरहाने खामोशियाँ, टूटी सौ- सौ बार…See More
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन।प्रदत्त विषय पर सुन्दर प्रस्तुति हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"बीते तो फिर बीत कर, पल छिन हुए अतीत जो है अपने बीच का, वह जायेगा बीत जीवन की गति बावरी, अकसर दिखी…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे,  ओ यारा, ओ भी क्या दिन थे। ख़बर भोर की घड़ियों से भी पहले मुर्गा…"
Sunday
Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय गिरिराज जी एक अच्छी गजल आपने पेश की है इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई आदरणीय मिथिलेश जी ने…"
Sunday
Ravi Shukla commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश जी सबसे पहले तो इस उम्दा गजल के लिए आपको मैं शेर दर शेरों बधाई देता हूं आदरणीय सौरभ…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service