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"आदरणीय शिज्जू शकूर जी, वाह वाह वाह //एक झटके में तूने हिला दी जड़ेंइसलिये तू सभी का…"

Albela Khatri replied Dec 28, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा-अंक 42 (Now Close)

820 Dec 29, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"आदरणीय राणा  प्रताप सिंह जी, कमाल है कमाल ओय ओय ओय ----गज़ब यों तो मुकम्मल ग़ज़ल ही उम्…"

Albela Khatri replied Dec 28, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा-अंक 42 (Now Close)

820 Dec 29, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"बधाई आशीष जी बहुत बहुत बधाई //भूख ने रातभर आँख लगने न दीएक मासूम जल्दी सयाना हुआ |अप…"

Albela Khatri replied Dec 28, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा-अंक 42 (Now Close)

820 Dec 29, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"मन जीत लिया आदरणीय सौरभ जी आपने //ज़िन्दग़ी के मसाइल लिए साज़ पर   तुम तरन्नुम हुए मैं…"

Albela Khatri replied Dec 28, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा-अंक 42 (Now Close)

820 Dec 29, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"क्या बात है कपूर साहेब, मतला ही जानलेवा है … ''आपका रुख से पर्दा हटाना हुआनाज़नीं, ज…"

Albela Khatri replied Dec 28, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा-अंक 42 (Now Close)

820 Dec 29, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"वाह वाह शरीफ अहमद कादरी साहेब, बहुत खूब ग़ज़ल ''इस क़दर गिर गया वो नज़र से मेरीअब तो मुश…"

Albela Khatri replied Dec 28, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा-अंक 42 (Now Close)

820 Dec 29, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"अश्क़ आँखों से निकला, रवाना हुआ दर्दे-दिल का मुकम्मल तराना हुआ ज़ुल्फ़ उसने जो खोली, घट…"

Albela Khatri replied Dec 28, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा-अंक 42 (Now Close)

820 Dec 29, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"हा हा हा हा क्या अंदाज़ है आदरणीय रक्ताले जी //पापा जी का समझ लो, हो गया बँटाधार,पुत्…"

Albela Khatri replied Dec 15, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 38 (Now Closed)

956 Dec 16, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"वाह वाह वंदना जी //अपनी ऊष्मा सेबर्फ पिघलाते हुए तुमउसे सहलाते समझातेदे रहे हो सांत्…"

Albela Khatri replied Dec 15, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 38 (Now Closed)

956 Dec 16, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"गज़ब है अविनाश जी //पापा जी  पाजी कहते हैं। पल-पल बस राजी कहते हैं !कुछ भी कर ले लल्ल…"

Albela Khatri replied Dec 15, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 38 (Now Closed)

956 Dec 16, 2013
Reply by Saurabh Pandey

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२२१/२१२१/१२२१/२१२ ***** जिनकी ज़बाँ से सुनते  हैं गहना ज़मीर है हमको उन्हीं की आँखों में पढ़ना ज़मीर…See More
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"अच्छा दोहा  सप्तक रचा, आपने, सुशील सरना जी! लेकिन  पहले दोहे का पहला सम चरण संशोधन का…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। सुंदर, सार्थक और वर्मतमान राजनीनीतिक परिप्रेक्ष में समसामयिक रचना हुई…"
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२१२/२१२/२१२/२१२ ****** घाव की बानगी  जब  पुरानी पड़ी याद फिर दुश्मनी की दिलानी पड़ी।१। * झूठ उसका न…See More
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