For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

धर्मेन्द्र शर्मा's Discussions (2,538)

Discussions Replied To (1706) Replies Latest Activity

"बहुत सुन्दर रचना आचार्य जी.. ये पंक्तियाँ तो एक नहीं राह दिखाती हैं //ज़िंदगी जीना है…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Jun 26, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-१२( Now Closed )

714 Jun 28, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"शानदार व्यंग्य मुक्तिका है। आचार्य जी को बहुत बहुत बधाई"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Jun 26, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-१२( Now Closed )

714 Jun 28, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीय डा. दानी, आपकी रचना की एक एक पंक्ति कहर ढाती है. दिल को गहरे तक छु कर जो गयी…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Jun 26, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-१२( Now Closed )

714 Jun 28, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"  आपसे पूरी तरह सहमत हूँ आदरणीय सौरभ जी."

धर्मेन्द्र शर्मा replied Jun 26, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-१२( Now Closed )

714 Jun 28, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीय प्रभा जी.. आपकी रचना पढ़ कर आनंद आ गया. विशेषकर ये शेर तो गज़ब का असर रखता है…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Jun 26, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-१२( Now Closed )

714 Jun 28, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीय शमसी जी. बहुत खूब लिखा आपने. खासकर ये शेर // दोनों जानिब से ही इस आग ने घी पा…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Jun 26, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-१२( Now Closed )

714 Jun 28, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"इमरान भाई ये पंक्तियाँ दिल को छु गयीं //न हो सग़ीर अमल न फसाद-ए-रद्द-ए-अमल, आओ, इल्ज…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Jun 26, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-१२( Now Closed )

714 Jun 28, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"बहुत ही सुन्दर रचना शारदा जी... बचपन की याद ताज़ा करवा दी आपने एक बार फिर. बधाई स्वीक…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Jun 26, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-१२( Now Closed )

714 Jun 28, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"  वाह बहुत खूब कहा इमरान भाई //मेरा घर टूट के, हो जाये ना रेज़ा-रेज़ा, लिल्लाह 'इमरान'…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Jun 26, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-१२( Now Closed )

714 Jun 28, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"प्रज्ञाचक्षु आदरणीय कुंवर योगेन्द्र बहादुर सिंह उर्फ़ आलोक 'सीतापुरी' जी की कुण्डली…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Jun 10, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ८

306 Jun 11, 2011
Reply by Admin

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Sushil Sarna posted blog posts
6 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

देवता क्यों दोस्त होंगे फिर भला- लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२ **** तीर्थ जाना  हो  गया है सैर जब भक्ति का यूँ भाव जाता तैर जब।१। * देवता…See More
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey posted a blog post

कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ

२१२२ २१२२ २१२२ जब जिये हम दर्द.. थपकी-तान देते कौन क्या कहता नहीं अब कान देते   आपके निर्देश हैं…See More
Sunday
Profile IconDr. VASUDEV VENKATRAMAN, Sarita baghela and Abhilash Pandey joined Open Books Online
Saturday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदाब। रचना पटल पर नियमित उपस्थिति और समीक्षात्मक टिप्पणी सहित अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु…"
Oct 31
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"सादर नमस्कार। रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर अमूल्य सहभागिता और रचना पर समीक्षात्मक टिप्पणी हेतु…"
Oct 31
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेम

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेमजाने कितनी वेदना, बिखरी सागर तीर । पीते - पीते हो गया, खारा उसका नीर…See More
Oct 31
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय उस्मानी जी एक गंभीर विमर्श को रोचक बनाते हुए आपने लघुकथा का अच्छा ताना बाना बुना है।…"
Oct 31

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सौरभ सर, आपको मेरा प्रयास पसंद आया, जानकार मुग्ध हूँ. आपकी सराहना सदैव लेखन के लिए प्रेरित…"
Oct 31

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय  लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार. बहुत…"
Oct 31

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहजाद उस्मानी जी, आपने बहुत बढ़िया लघुकथा लिखी है। यह लघुकथा एक कुशल रूपक है, जहाँ…"
Oct 31

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service