देख कहीं तेरी देहरी
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शुभकामनाओ व अपना कीमती समय देने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया महिमा जी
Thanks a lot.
इतनी सारी तारीफ करने के लिए धन्यवाद योगी सर
मन की भावनाएं , समाज की हकीकत लोगों के असली चेहरे और उनकी मानसिकता , सब को उजागर करती हुई रचना ! सच का आइना दिखाती बहुत सुन्दर रचना , जितनी भी तारीफ करी जाए कम पड़ेगी ! सलूट करता हूँ आपको !
Thank you very much Raj ji v Arun ji.
नमस्कार राजेश मैम
Dhanyvad Avinash Begde sir
Thank you Saurabh Pandey sir
Thank you very much arun kumar nigam sir.
बोली
डोली
रो ली
होली
बोली लग डोली उठी, रो ली बिटिया संग
माँ के मन होली जली,नीति नियम बेढंग ||
बहुत ही मार्मिक चीत्कार...................
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