For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

MAHIMA SHREE's Discussions (1,151)

Discussions Replied To (215) Replies Latest Activity

"आदरणीय निगम सर , वाह .... सुंदर कुंडली बधाई आपको  अभिनय करे सजीव , लगाए लटके ठुमके  …"

MAHIMA SHREE replied May 20, 2012 to ‘चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१४' (Now closed with 694 Replies)

694 May 21, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"धन्यवाद आदरणीय सौरभ सर , सच में मैंने दो बार पढ़ा पर समझ नहीं पाई .. शब्दों के मायने…"

MAHIMA SHREE replied May 20, 2012 to ‘चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१४' (Now closed with 694 Replies)

694 May 21, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"सुंदर कुंडली छंद के लिए बधाई आदरणीय  विर्क जी"

MAHIMA SHREE replied May 20, 2012 to ‘चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१४' (Now closed with 694 Replies)

694 May 21, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आदरणीय रवि सर .. वाह आपने बाल मन के भाव को बहुत ही सुंदर तरीके से इस कुंडली में रखा…"

MAHIMA SHREE replied May 20, 2012 to ‘चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१४' (Now closed with 694 Replies)

694 May 21, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"बाल रूप हरि सोचते,संकट में है सृष्टि।कैसे मैं रक्षा करूं,प्रश्नाकुल है दृष्टि॥देखो य…"

MAHIMA SHREE replied May 20, 2012 to ‘चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१४' (Now closed with 694 Replies)

694 May 21, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"प्यारी सी कठपुतलियाँ ,थक-थक नाच दिखाय बालक यह मनहर मगन , मंद- मंद मुस्काय मंद -मंद म…"

MAHIMA SHREE replied May 20, 2012 to ‘चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१४' (Now closed with 694 Replies)

694 May 21, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

":)"

MAHIMA SHREE replied May 20, 2012 to ‘चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१४' (Now closed with 694 Replies)

694 May 21, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"वाह प्रदीप सर , जम गए आप तो :)"

MAHIMA SHREE replied May 20, 2012 to ‘चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१४' (Now closed with 694 Replies)

694 May 21, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"संदीप जी अविनाश सर के जीवन दर्शन दोहों पे आपका वर्तमान यथार्थ की और इंगित करती जवाबी…"

MAHIMA SHREE replied May 20, 2012 to ‘चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१४' (Now closed with 694 Replies)

694 May 21, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"बिलकुल सही कहा आपने अविनाश सर , जीवन दर्शन कराती सुंदर दोहों के लिए बधाई स्वीकार करें"

MAHIMA SHREE replied May 20, 2012 to ‘चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता अंक -१४' (Now closed with 694 Replies)

694 May 21, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश भाई, निवेदन का प्रस्तुत स्वर यथार्थ की चौखट पर नत है। परन्तु, अपनी अस्मिता को नकारता…"
yesterday
Sushil Sarna posted blog posts
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार ।विलम्ब के लिए क्षमा सर ।"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया .... गौरैया
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी । सहमत एवं संशोधित ।…"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .प्रेम
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभार आदरणीय"
Monday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .मजदूर

दोहा पंचक. . . . मजदूरवक्त  बिता कर देखिए, मजदूरों के साथ । गीला रहता स्वेद से , हरदम उनका माथ…See More
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सुशील सरना जी मेरे प्रयास के अनुमोदन हेतु हार्दिक धन्यवाद आपका। सादर।"
Monday
Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बेहतरीन 👌 प्रस्तुति सर हार्दिक बधाई "
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी समीक्षात्मक मधुर प्रतिक्रिया का दिल से आभार । सहमत एवं…"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन आपकी स्नेहिल प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय"
Sunday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service