For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव's Discussions (4,869)

Discussions Replied To (2250) Replies Latest Activity

"आदरणीया सरिताजी, चौपाई की  प्रशंसा केलिए हार्दिक धन्यवाद । "

अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied Feb 15, 2014 to "ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-35

584 Feb 17, 2014
Reply by योगराज प्रभाकर

"आदरणीय शिज्जु भाई, प्रशंसा केलिए हार्दिक धन्यवाद । "

अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied Feb 15, 2014 to "ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-35

584 Feb 17, 2014
Reply by योगराज प्रभाकर

"आदरणीय अशोक भाईजी , प्रशंसा केलिए हार्दिक धन्यवाद ।  पोस्ट करते समय अंतिम पंक्ति छूट…"

अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied Feb 15, 2014 to "ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-35

584 Feb 17, 2014
Reply by योगराज प्रभाकर

"आदरणीया प्राचीजी, हार्दिक धन्यवाद ।  पोस्ट करते समय अंतिम पंक्ति छूट गई थी संशोधन हे…"

अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied Feb 15, 2014 to "ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-35

584 Feb 17, 2014
Reply by योगराज प्रभाकर

"छोटे भाई ग्रिरिराज ,   पोस्ट करते समय अंतिम पंक्ति छूट गई थी संशोधन हेतु अनुरोध किया…"

अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied Feb 15, 2014 to "ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-35

584 Feb 17, 2014
Reply by योगराज प्रभाकर

"आदरणीय  मंच संचालक / एड्मिन जी अंतिम पंक्ति के रूप में निम्न पंक्ति जोड़ने की कृपा कर…"

अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied Feb 15, 2014 to "ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-35

584 Feb 17, 2014
Reply by योगराज प्रभाकर

"चौपाई तन में चुस्ती, मन के सच्चे । नीली वर्दी में सब बच्चे ॥ छात्र सभी व्यायाम कर र…"

अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied Feb 15, 2014 to "ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-35

584 Feb 17, 2014
Reply by योगराज प्रभाकर

"आदरणीय अरुण भाई , बहुत ही सुंदर भावपूर्ण दोहे के लिए मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार करें ॥"

अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied Jan 19, 2014 to "ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-34

661 Jan 20, 2014
Reply by अरुण कुमार निगम

"आदरणीया प्राची जी, टिप्पणी पर की गई टिप्पणी को मैने सामान्य ढंग से लिया था , इसलिए न…"

अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied Jan 19, 2014 to "ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-34

661 Jan 20, 2014
Reply by अरुण कुमार निगम

"आदरणीय भाई जी,  टिप्पणी पर की गई टिप्पणी को मैने सामान्य ढंग से लिया था , इसलिए नज़रं…"

अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied Jan 19, 2014 to "ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-34

661 Jan 20, 2014
Reply by अरुण कुमार निगम

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश भाई, निवेदन का प्रस्तुत स्वर यथार्थ की चौखट पर नत है। परन्तु, अपनी अस्मिता को नकारता…"
12 hours ago
Sushil Sarna posted blog posts
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार ।विलम्ब के लिए क्षमा सर ।"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया .... गौरैया
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी । सहमत एवं संशोधित ।…"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .प्रेम
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभार आदरणीय"
Monday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .मजदूर

दोहा पंचक. . . . मजदूरवक्त  बिता कर देखिए, मजदूरों के साथ । गीला रहता स्वेद से , हरदम उनका माथ…See More
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सुशील सरना जी मेरे प्रयास के अनुमोदन हेतु हार्दिक धन्यवाद आपका। सादर।"
Monday
Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बेहतरीन 👌 प्रस्तुति सर हार्दिक बधाई "
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी समीक्षात्मक मधुर प्रतिक्रिया का दिल से आभार । सहमत एवं…"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन आपकी स्नेहिल प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय"
Sunday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service