For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

पांच गो भोजपुरी हाइकू
(१)
यू पी चुनाव
शुरू बा कांव कांव
जागल गाँव
(२)
हाथी तोपाई
करकस बोलाई
हाथों जोड़ाई
(३)
नेता के फ़ौज
लफंगन के मौज
मुफ्त के भोज
(४)
झूठ के फंदा
समझ से ल काम
ना बनs अन्धा
(५)
बुधि लगावs
काबिल के नाम पे
वोट गिरावs

***

*

हमार पिछुलका पोस्ट => एगो प्रयास : भोजपुरी "कह मुकरी"

Views: 1969

Replies to This Discussion

अरे वाह, बड़ा कमाल के बात बा..........हम ता सोचियो ना सकत रहनी हा.

आभार नीलम दीदी |

बागी जी! बागी जी! भला इ हाइकू कइसे रचल जाला? रउवा तनी हमहुक बतावे के किरपा कइं देइं ताकि एकाध गो हाइकू हमहूं रचि लेतीं।मन मा बड़ी जिज्ञासा जगल बा।

हाइकू विधा
पांच सात औ पांच
कुल सत्रह

विन्धेश्वरी प्रसाद जी , हाइकु एगो जापानी साहित्यिक विधा ह, जेमे कुल तीन गो स्वतंत्र पक्ति होला, ध्यान देब स्वतंत्र पक्ति होला, एह विधा में वर्ण के गिनती होला , पहिला पक्ति ५ वर्ण दूसरा सात और तीसरा पांच वर्ण होला, आधा अक्षर के गिनती ना कईल जाला, कहे के मतलब कि एगो ५+७+५=१७ अक्षर के कविता जेमे रौउआ आपन पूरा बात कह दिही, इ तुकांत और अतुकांत दुनो हो सकत बा |

बागी जी इ जानकारी देवे के खातिर हम
राउर के आभारी हइं।हमनी पे आपन
किरपा के हाथ अइसै बनाए राखल
जाइ।बहुत बहुत आभार बागी जी।
अब हमहूं हाइकू रचब।

बहुते सुघर हाइकु लिखले  बानी जी| एक दम सामयिक रहे ओह समय| 

हमारो बधाई स्वीकार कर लीं|

aadarniya bagi sir ji, sadar pranam, bahut sundar likha hai apne. dhoodna pada ise. mobile sandesh ke jariye dhooda hai. vote dalne ke sandarbh ek rachna j.j. par dali thi bhojpuri toch diya tha. man tha aapse isi toch ke sath baat karoon, himmat nahi padi. badhai, ab to group join ho gaya hai. 

धन्यवाद आदरणीय प्रदीप कुशवाहा जी |

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

बृजेश कुमार 'ब्रज' posted a blog post

गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा

सार छंद 16,12 पे यति, अंत में गागाअर्थ प्रेम का है इस जग मेंआँसू और जुदाईआह बुरा हो कृष्ण…See More
yesterday
Deepak Kumar Goyal is now a member of Open Books Online
yesterday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"धन्यवाद आ. बृजेश जी "
Wednesday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"धन्यवाद आ. बृजेश जी "
Wednesday
अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"अपने शब्दों से हौसला बढ़ाने के लिए आभार आदरणीय बृजेश जी           …"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहेदुश्मनी हम से हमारे यार भी करते रहे....वाह वाह आदरणीय नीलेश…"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"आदरणीय अजय जी किसानों के संघर्ष को चित्रित करती एक बेहतरीन ग़ज़ल के लिए बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं…"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आदरणीय नीलेश जी एक और खूबसूरत ग़ज़ल से रूबरू करवाने के लिए आपका आभार।    हरेक शेर…"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - यहाँ अनबन नहीं है ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय भंडारी जी बहुत ही खूब ग़ज़ल कही है सादर बधाई। दूसरे शेर के ऊला को ऐसे कहें तो "समय की धार…"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आदरणीय रवि शुक्ला जी रचना पटल पे आपका हार्दिक अभिनन्दन और आभार। लॉगिन पासवर्ड भूल जाने के कारण इतनी…"
Wednesday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
"जी, ऐसा ही होता है हर प्रतिभागी के साथ। अच्छा अनुभव रहा आज की गोष्ठी का भी।"
May 31
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
"अनेक-अनेक आभार आदरणीय शेख़ उस्मानी जी। आप सब के सान्निध्य में रहते हुए आप सब से जब ऐसे उत्साहवर्धक…"
May 31

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service