For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

अरुन 'अनन्त''s Discussions (1,480)

Discussions Replied To (1122) Replies Latest Activity

"तहे दिल से शुक्रिया आदरणीय पाण्डेय जी"

अरुन 'अनन्त' replied Dec 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक ३०

386 Dec 30, 2012
Reply by UMASHANKER MISHRA

"आदरणीय गुरुदेव श्री सौरभ सर आपके आशीष और स्नेह के कारण प्रयासरत रहता हूँ, और रहता रह…"

अरुन 'अनन्त' replied Dec 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक ३०

386 Dec 30, 2012
Reply by UMASHANKER MISHRA

"आदरणीय गुरुदेव श्री अरुण कुमार निगम सर ग़ज़ल आपके दिल को छू गई संतुष्ठ हुआ आभार."

अरुन 'अनन्त' replied Dec 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक ३०

386 Dec 30, 2012
Reply by UMASHANKER MISHRA

"आभार आदरणीय भ्राताश्री मिश्र जी"

अरुन 'अनन्त' replied Dec 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक ३०

386 Dec 30, 2012
Reply by UMASHANKER MISHRA

"शुक्रिया वीनस भाई आपसे बधाई मिली मन खुश हुआ कोशिश करूँगा भाईजान दूसरी ग़ज़ल पेश करने क…"

अरुन 'अनन्त' replied Dec 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक ३०

386 Dec 30, 2012
Reply by UMASHANKER MISHRA

"आभार आदरणीय अविनाश सर"

अरुन 'अनन्त' replied Dec 29, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक ३०

386 Dec 30, 2012
Reply by UMASHANKER MISHRA

"आदरणीय गुरुजनों एवं मित्रों "ओ बी ओ तरही मुशायरा" अंक ३० में मेरी पहली ग़ज़ल.दिल्लगी य…"

अरुन 'अनन्त' replied Dec 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक ३०

386 Dec 30, 2012
Reply by UMASHANKER MISHRA

"आदरणीय सर माँ की ममता की भाषा को समझने हेतु शब्दों की आवश्यकता नहीं होती, यह भाषा मु…"

अरुन 'अनन्त' replied Dec 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक ३०

386 Dec 30, 2012
Reply by UMASHANKER MISHRA

"आदरणीय राज बुन्देली साहब प्रतीत होता है की आपने बड़ी जल्दबादी में ग़ज़ल लिखी है, भाव अप…"

अरुन 'अनन्त' replied Dec 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक ३०

386 Dec 30, 2012
Reply by UMASHANKER MISHRA

"वाह आदरणीय राणा प्रताप जी लाजवाब ग़ज़ल हेतु दिली दाद कुबूल कीजिये. जब दुआ कोई फकीरों क…"

अरुन 'अनन्त' replied Dec 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक ३०

386 Dec 30, 2012
Reply by UMASHANKER MISHRA

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हमको न/गर में गाँव/ खुला याद/ आ गयामानो स्व/यं का भूला/ पता याद/आ गया। आप शायद स्व का वज़्न 2 ले…"
28 minutes ago
Mahendra Kumar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"बहुत शुक्रिया आदरणीय। देखता हूँ क्या बेहतर कर सकता हूँ। आपका बहुत-बहुत आभार।"
52 minutes ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय,  श्रद्धेय तिलक राज कपूर साहब, क्षमा करें किन्तु, " मानो स्वयं का भूला पता…"
1 hour ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"समॉं शब्द प्रयोग ठीक नहीं है। "
1 hour ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हर सिम्त वो है फैला हुआ याद आ गया  ज़ाहिद को मयकदे में ख़ुदा याद आ गया यह शेर पाप का स्थान माने…"
1 hour ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"तन्हाइयों में रंग-ए-हिना याद आ गया आना था याद क्या मुझे क्या याद आ गया लाजवाब शेर हुआ। गुज़रा हूँ…"
2 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"शानदार शेर हुए। बस दो शेर पर कुछ कहने लायक दिखने से अपने विचार रख रहा हूँ। जो दे गया है मुझको दग़ा…"
2 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"मिसरा दिया जा चुका है। इस कारण तरही मिसरा बाद में बदला गया था। स्वाभाविक है कि यह बात बहुत से…"
3 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"खुशबू सी उसकी लाई हवा याद आ गया, बन के वो शख़्स बाद-ए-सबा याद आ गया। अच्छा शेर हुआ। वो शोख़ सी…"
3 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हमको नगर में गाँव खुला याद आ गया मानो स्वयं का भूला पता याद आ गया।१। अच्छा शेर हुआ। तम से घिरे थे…"
3 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"किस को बताऊँ दोस्त  मैं क्या याद आ गया ये   ज़िन्दगी  फ़ज़ूल …"
3 hours ago
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"जी ज़रूर धन्यवाद! क़स्बा ए शाम ए धुँध को  "क़स्बा ए सुब्ह ए धुँध" कर लूँ तो कैसा हो…"
4 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service