For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

बृजेश नीरज's Discussions (2,094)

Discussions Replied To (1397) Replies Latest Activity

"आदरणीय बहुत अच्छा प्रयास है। आपको हार्दिक बधाई!प्रवाह किसी भी बंद में सुगम नहीं है।…"

बृजेश नीरज replied Jul 6, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीय केवल जी अच्छा प्रयास है आपका। आपको हार्दिक बधाई! कुछ पंक्तियों के भाव मुझे स्…"

बृजेश नीरज replied Jul 6, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीय जिंदल साहब आपके इस प्रयास पर आपको हार्दिक बधाई!"

बृजेश नीरज replied Jul 6, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीया गीतिका जी इस विधा पर अच्छा प्रयास है। कथ्य बहुत आकर्षक है। आपको हार्दिक बधाई…"

बृजेश नीरज replied Jul 6, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीया आरती जी दिए गए विषय पर बहुत ही सुन्दर प्रयास है आपका। हार्दिक बधाई!"

बृजेश नीरज replied Jul 6, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीया सरिता जी एक बार लत लग गयी तो नहीं छूटेगी।एक बात और आप भी सर शब्द प्रयोग करने…"

बृजेश नीरज replied Jul 6, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"वाह, वाह क्या बात है! बहुत सुन्दर दोहे! आपको हार्दिक बधाई!आदरणीय मुझे लगता है कि दूस…"

बृजेश नीरज replied Jul 6, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"प्रकृति ही सर्वस्व है। आदि देवी! आदि शक्ति!बहुत सुन्दर बात कही आपने अपनी रचना में।हा…"

बृजेश नीरज replied Jul 6, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"वाह, वाह! व्यंग्य का एक एक तीर निशाने पर लगा है। बहुत ही सुन्दर। अंत तो बिलकुल सत्य…"

बृजेश नीरज replied Jul 6, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीया आपने अपनी रचना के द्वारा बहुत ही सुन्दर संदेश दिया। आपको इस रचना पर हार्दिक…"

बृजेश नीरज replied Jul 6, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 33(Now closed with 1275 Replies)

1275 Jul 8, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"प्रस्तुति को आपने अनुमोदित किया, आपका हार्दिक आभार, आदरणीय रवि…"
21 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय जयहिंद रायपुरी जी इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई स्वीकारें। सादर"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अखिलेश जी इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई स्वीकारें। सादर"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई स्वीकारें। सादर"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय, मैं भी पारिवारिक आयोजनों के सिलसिले में प्रवास पर हूँ. और, लगातार एक स्थान से दूसरे स्थान…"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय जयहिन्द रायपुरी जी, सरसी छंदा में आपकी प्रस्तुति की अंतर्धारा तार्किक है और समाज के उस तबके…"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अखिलेश भाईजी, आपकी प्रस्तुत रचना का बहाव प्रभावी है. फिर भी, पड़े गर्मी या फटे बादल,…"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, आपकी रचना से आयोजन आरम्भ हुआ है. इसकी पहली बधाई बनती…"
Sunday
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय / आदरणीया , सपरिवार प्रातः आठ बजे भांजे के ब्याह में राजनांदगांंव प्रस्थान करना है। रात्रि…"
Sunday
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"सरसी छन्द ठिठुरे बचपन की मजबूरी, किसी तरह की आग बाहर लपटें जहरीली सी, भीतर भूखा नाग फिर भी नहीं…"
Saturday
Jaihind Raipuri joined Admin's group
Thumbnail

चित्र से काव्य तक

"ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोंत्सव" में भाग लेने हेतु सदस्य इस समूह को ज्वाइन कर ले |See More
Saturday
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"सरसी छंद +++++++++ पड़े गर्मी या फटे बादल, मानव है असहाय। ठंड बेरहम की रातों में, निर्धन हैं…"
Saturday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service