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राज़ नवादवी's Discussions (490)

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"जल जलके नारेहिज्रमें दिल ऐसे निखर गया सोने का जो मुलम्मा चढ़ा था वो उतर गया   सपना ह…"

राज़ नवादवी replied Sep 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २७ (Now Closed)

719 Sep 30, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

सदस्य कार्यकारिणी

"आदरणीया राजेश जी, //आपको देख के आला आलिमों की जमात में हमें अर्श के चमकते सितारे का…"

राज़ नवादवी replied Sep 21, 2012 to मेरी कविता संग्रह "ह्रदय के उद्दगार" का विमोचन पूर्व मुख्य मंत्री (उत्तराखंड )माननीय मेजर जनरल भुवन चन्द्र खंडूरी जी के करकमलों द्वारा

19 Sep 27, 2012
Reply by rajesh kumari

सदस्य कार्यकारिणी

"आपको बहुत बहुत बधाई राजेश जी. पुस्तक की एक प्रति मैं भी पढ़ना/प्राप्त करना चाहूँगा. "

राज़ नवादवी replied Sep 7, 2012 to आमंत्रण आप सब के लिए

12 Sep 11, 2012
Reply by rajesh kumari

सदस्य टीम प्रबंधन

"बहुत ही ज्ञानवर्धक एवं शोधात्मक लेख है आदरणीय सौरभजी. बधाई!"

राज़ नवादवी replied Jul 27, 2012 to मुकरियाँ या कह-मुकरियाँ : इतिहास और विधान

95 Nov 1, 2015
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

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"आदाब। सोशल मीडियाई मित्रता के चलन के एक पहलू को उजागर करती सांकेतिक तंजदार रचना हेतु हार्दिक बधाई…"
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"सादर नमस्कार।‌ रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर रचना के संदेश पर समीक्षात्मक टिप्पणी और…"
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AMAN SINHA and रौशन जसवाल विक्षिप्‍त are now friends
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"आदरणीय मिथलेश वामनकर जी, प्रेत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।"
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदरणीय Dayaram Methani जी, लघुकथा का बहुत बढ़िया प्रयास हुआ है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"क्या बात है! ये लघुकथा तो सीधी सादी लगती है, लेकिन अंदर का 'चटाक' इतना जोरदार है कि कान…"
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