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surender insan's Discussions (377)

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"जी बेहद शुक्रिया आपका आदरणीय भाई अखिलेश कुमार जी। सादर नमन सँग आभार जी।"

surender insan replied Aug 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"जी दीदी बेहद शुक्रिया जी आपका। अब तक तो यही जाना कि लगभग हर बह्र जो दीर्घ से ख़त्म हो…"

surender insan replied Aug 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"जी बेहद शुक्रिया आपका आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी। सादर नमन सँग आभार जी।"

surender insan replied Aug 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"जी बेहद शुक्रिया आपका आदरणीय सुरेन्द्र नाथ सिंह जी।सादर नमन सँग आभार जी।"

surender insan replied Aug 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"जी बेहद शुक्रिया आपका आदरणीय अरुण कुमार निगम जी।सादर नमन सँग आभार जी।"

surender insan replied Aug 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"वाह एक नई विधा पढ़ी पहली बार । सादर नमन दी।"

surender insan replied Aug 11, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"'एक बार जो फिसली जुबां लौटते नहीं हैं शब्द फिर से फिर क्यों दुखाएं भावना किसीकी क्यो…"

surender insan replied Aug 11, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"वाह जी बहुत अच्छे हायकू हुए है जी।आपकी कविता पढ़ी है बहुत अच्छी हुई है आदरणीया। सादर…"

surender insan replied Aug 11, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"जी बेहद शुक्रिया आपका आदरणीया प्रतिभा पांडे जी। सादर नमन सँग आभार जी आपका।"

surender insan replied Aug 11, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

"जी बेहद शुक्रिया आदरणीय अशोक कुमार जी। सादर नमन सँग आभार जी।"

surender insan replied Aug 11, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-82

647 Aug 12, 2017
Reply by satish mapatpuri

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Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
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"आदरणीय महेन्द्र कुमार जी, अति सुंदर सृजन के लिए बधाई स्वीकार करें।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई तस्दीक अहमद जी, सादर अभिवादन। लम्बे समय बाद आपकी उपस्थिति सुखद है। सुंदर गजल हुई है। हार्दिक…"
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Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
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