For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

राज़ नवादवी's Discussions (490)

Discussions Replied To (474) Replies Latest Activity

"वाह वाह, बहुत ख़ूब आदरणीय मोहम्मद आरिफ़ साहब, क्या कहने, दाद के साथ मुबारकबाद पेश करता…"

राज़ नवादवी replied Dec 29, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-102

629 Dec 29, 2018
Reply by Samar kabeer

"वाह वाह, बहुत ख़ूब आदरणीय समर कबीर साहब, क्या कहने  सारी दुनिया के लिये वो सिन रसीदा…"

राज़ नवादवी replied Dec 29, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-102

629 Dec 29, 2018
Reply by Samar kabeer

"वाह, बहुत ख़ूब आदरणीय महेंद्र कुमार जी, क्या कहने- इस में गिरती हर नदी थी मीठे पानी…"

राज़ नवादवी replied Dec 29, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-102

629 Dec 29, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय अशफाक़ अली साहब, आदाब. ग़ज़ल बहुत अच्छी बन पड़ी है, दाद के साथ मुबारकबाद. मगर जैस…"

राज़ नवादवी replied Dec 29, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-102

629 Dec 29, 2018
Reply by Samar kabeer

"२१२२ २१२२ २१२२ २१२ तेरे लब पे आके यूँ हर लफ्ज़ ता'ना बन गया हाल पुर्सिश की थी हमने, ल…"

राज़ नवादवी replied Dec 29, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-102

629 Dec 29, 2018
Reply by Samar kabeer

"जनाब राह साहू जी आदाब, ग़ज़ल की प्रस्तुति एवं मुशायरे में शिरकत पे ढेरों बधाई. बहुत खू…"

राज़ नवादवी replied Nov 24, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-101

930 Nov 24, 2018
Reply by Samar kabeer

"वाह वाह, बहुत खूब जनाब लक्ष्मण सिंह साहब, क्या कहने... मान बैठे जो आइना खुद को पत्थ…"

राज़ नवादवी replied Nov 24, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-101

930 Nov 24, 2018
Reply by Samar kabeer

"वाह, बहुत ख़ूब आदरणीय मोहन बेगोवाल जी, क्या कहने... डूब जाये न चाँद भी मेरा इस के रह…"

राज़ नवादवी replied Nov 24, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-101

930 Nov 24, 2018
Reply by Samar kabeer

"वाह, बहुत ख़ूब आदरणीया अंजलि गुप्ता जी, क्या कहने... है जो इक़रार होठों से मुश्किल अप…"

राज़ नवादवी replied Nov 24, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-101

930 Nov 24, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय दंडपाणि जी आदाब, सुन्दर ग़ज़ल की प्रस्तुति पे हार्दिक बधाई स्वीकार करें. सादर "

राज़ नवादवी replied Nov 24, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-101

930 Nov 24, 2018
Reply by Samar kabeer

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
5 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"अनुज बृजेश , प्रेम - बिछोह के दर्द  केंदित बढ़िया गीत रचना हुई है , हार्दिक बधाई आदरणीय…"
12 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - यहाँ अनबन नहीं है ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय रवि भाई  ग़ज़ल पर उपस्थिति  हो  उत्साह वर्धन  करने के लिए आपका…"
12 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - यहाँ अनबन नहीं है ( गिरिराज भंडारी )
"अनुज बृजेश ,  ग़ज़ल की सराहना के लिए आपका आभार , मेरी कोशिश हिन्दी शब्दों की उपयोग करने की…"
12 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - यहाँ अनबन नहीं है ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय अजय भाई ,  ग़ज़ल पर उपस्थिति हो  उत्साह वर्धन करने के लिए आपका आभार "
12 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - यहाँ अनबन नहीं है ( गिरिराज भंडारी )
"आ. नीलेश भाई ग़ज़ल पर उपस्थिति और उत्साह वर्धन के लिए आपका आभार "
12 hours ago
Ravi Shukla commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"आदरणीय अजय जी किसानों को केंद्र में रख कर कही गई  इस उम्दा गजल के लिए बहुत-बहुत…"
yesterday
Ravi Shukla commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आदरणीय नीलेश जी, अच्छी  ग़ज़ल की प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें. अपनी टिप्पणी से…"
yesterday
Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - यहाँ अनबन नहीं है ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय गिरिराज भाई जी नमस्कार ग़ज़ल का अच्छी प्रयास है । आप को पुनः सृजन रत देखकर खुशी हो रही…"
yesterday
Ravi Shukla commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आदरणीय बृजेश जी प्रेम में आँसू और जदाई के परिणाम पर सुंदर ताना बाना बुना है आपने ।  कहीं नजर…"
yesterday
बृजेश कुमार 'ब्रज' posted a blog post

गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा

सार छंद 16,12 पे यति, अंत में गागाअर्थ प्रेम का है इस जग मेंआँसू और जुदाईआह बुरा हो कृष्ण…See More
Thursday
Deepak Kumar Goyal is now a member of Open Books Online
Thursday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service