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आज आपके पास अपनी प्रथम पुस्तक "मेरी उड़ान" से एक कविता भेज रहा हूँ | यह रचना हमारे देश के सबसे लोक प्रिय राष्ट्रपति माननीय अब्दुल कलाम साहब के जीवन पर आधारित है | आप अपनी प्रतिक्रिया से अवश्य अवगत कराएँ | धन्यवाद् |

 

अग्नि की उड़ान............

 
इतिहास के पन्नों मे,
चंद ही लोग
जमीन से उठकर
आकाश पर छाये हैं
अन्यथा वही राजा महाराजा
रंग रूप बदलकर
सत्ता शीर्ष पर छाये हैं|

आप धरा पुत्र हैं,
आम आदमी के
सामूहिक सुख दुःख के
प्रतीक हैं|
आपने देखा है
जीवन को करीब से
शिक्षा का मकसद ,सीखा है रकीब से,
पंडित से सीखी,ज्ञान की बातें,
मौलवी से पढ़ी,कुरआन की आयतें,
परिंदों से सीखा,आज़ादी का मतलब,
"पक्षी-शास्त्री "से सीखा,धर्म-निरपेक्षता का अर्थ|

सच मानों जब से मैं
अग्नि मे उड़ा हूँ,
मैंने पाया अपने अंदर
एक विस्तृत आकाश,
जहाँ छुपा था
मेरे बचपन के सपने का राज,
हर इंसान मे देश भक्ति का जज्बा होगा,
सम्पूर्ण विश्व पर
मानवता का कब्जा होगा|

-डॉ अ. कीर्तिवर्धन
०९९११३२३७३२

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भारत के वास्तविक नायक के होने को समझती और सलाम करती रचना. आपने बाल-साहित्य ग्रुप में अनुकरणीय रचना डाली है. डाक्टर साहब, आपके गंभीर प्रयास को मेरा अभिवादन.
भारत के वास्तविक नायक के होने को समझती और सलाम करती रचना. आपने बाल-साहित्य ग्रुप में अनुकरणीय रचना डाली है. डाक्टर साहब, आपके गंभीर प्रयास को मेरा अभिवादन.

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