For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

होली 

------
एक डाल पर कोयल बैठी 
दूजी डाल पर कउआ 
होली में रंग न जाएँ 
सता रहा था हउआ 
------------------------
कउआ बोला कोयल से 
तितली तोता रंग बिरंगे 
खूब फबेगा हर रंग इन पे 
मिल जब सब रंग खेलेंगे 
हम तुम देखो काले काले 
हम पे रंग कोई न डालेगा 
हर बरस की तरह इस बरस 
दुःख मन ही मन सालेगा 
बैठा भालू मगन मस्त 
बाल काट रहा है नउआ
होली में रंग न जाएँ 
सता रहा था हउआ 
------------------------
भांति  भांति पकवान बने 
उपवन बाग़ तड़ाग सजे 
मोर मगन मन  नाच रहा 
सियार भरे चटकारे 
लोमड़ी घात लगाये बैठी 
कब हो वारे न्यारे 
 मछली जल में तैर  रही 
हाथी रह रह चिघाडे 
हिरनी की चाल देख 
चीत भरे दहाड़े 
खिडकी बाहर झाँक रहा 
नन्हा प्यारा  बउआ 
होली में रंग न जाएँ 
सता रहा था हउआ 
--------------------------
फुदक  फुदक मेंढक भागे 
सुर आज था उसका  धीमा 
आया शेर देख सब दौड़े 
करवाने अपना  बीमा 
टप  टप  घोडा  आया 
सुन गर्दभ की तान 
पी पी  पपीहा  बोले 
होंठों पे मेघों के छायी 
मधुर मधुर मुस्कान 
कुत्ता  भौं  भौं  बैण्ड  बजाये 
ढोल  बजावे  कउआ 
होली में रंग न जाएँ 
सता रहा था हउआ 
----------------------------
प्रदीप कुमार सिंह कुशवाहा 
19-3-2013

Views: 671

Replies to This Discussion

बच्चों के लिए बहुत सुन्दर होली गीत लिखा है आपने आदरणीय प्रदीप जी,

पहला बंद बहुत सुन्दर बन पड़ा है जिसमें कोयल और कौवे की बातें दिखाई हैं...

आपको बहुत बहुत बधाई..

एक बात देखी गयी है, बाल रचनाएँ बच्चे याद कर सकें और उन्हें पूरा आनंद लेकर गायें, यदि यह हेतु हो तो रचनाकार बच्चों के लिए छोटी छोटी रचनाएँ लिखना ज्यादा पसंद करते हैं... जिसमें कथ्य भी सार्थक हो और बच्चों के लिए रोचकता भी बनी रहे.

सादर.

आदरणीया प्राची जी 

सादर 

आपने अपने व्यस्त समय से इसे अनुमोदन प्रदान किया . आभारी  हूँ. 

आपकी बात याद है. 

पोता कहता गया बाबा और तो ज्यादा लिख गया . 

धन्यवाद. 

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"आदरणीय शेख उस्मानी साहिब जी प्रयास पर  आपकी  अमूल्य प्रतिक्रिया ने उसे समृद्ध किया ।…"
8 minutes ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"आदाब। इस बहुत ही दिलचस्प और गंभीर भी रचना पर हार्दिक बधाई आदरणीय मनन कुमार सिंह साहिब।  ऐसे…"
30 minutes ago
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"जेठांश "क्या?" "नहीं समझा?" "नहीं तो।" "तो सुन।तू छोटा है,मैं…"
2 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"हार्दिक स्वागत आदरणीय सुशील सरना साहिब। बढ़िया विषय और कथानक बढ़िया कथ्य लिए। हार्दिक बधाई। अंतिम…"
5 hours ago
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"माँ ...... "पापा"। "हाँ बेटे, राहुल "। "पापा, कोर्ट का टाईम हो रहा है ।…"
8 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"वादी और वादियॉं (लघुकथा) : आज फ़िर देशवासी अपने बापू जी को भिन्न-भिन्न आयोजनों में याद कर रहे थे।…"
yesterday
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"स्वागतम "
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on नाथ सोनांचली's blog post कविता (गीत) : नाथ सोनांचली
"आ. भाई नाथ सोनांचली जी, सादर अभिवादन। अच्छा गीत हुआ है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
Admin posted a discussion

"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118

आदरणीय साथियो,सादर नमन।."ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118 में आप सभी का हार्दिक स्वागत है।"ओबीओ…See More
Sunday
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-175
"धन्यवाद सर, आप आते हैं तो उत्साह दोगुना हो जाता है।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-175
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और सुझाव के लिए धन्यवाद।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-175
"आ. रिचा जी, अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए धन्यवाद।"
Saturday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service