मेरी नन्ही परी तू है कहाँ ,
मैं ढूढ रही तुम्हे यहाँ वहाँ ।।
तुम सपनो में आती हो
अच्छे गीत सुनती हो ,
स्कुल में मेरे आ कर के
गा दो तुम एक गीत यहाँ ।।मेरी नन्ही परी तू है कहाँ---
तितली जैसी प्यारी हो
सबकी राज -दुलारी हो ,
हाथ जोड़ करती हूँ बिनती
अब जल्दी से आओ यहाँ ।।मेरी नन्ही परी तू है कहाँ---
जब मैं स्कूल चली जाती
तुम मेरे घर चली आती
मम्मी कहती रोज मुझे
आती है नन्ही परी यहाँ ।।मेरी नन्ही परी तू है कहाँ---
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छोटे बच्चों की परियों की पारिकल्पना को महसूस करते हुए रचाक्रम में सुन्दर प्रयास हुआ है आ. श्रीराम जी. इस प्रयास हेतु हार्दिक बधाई
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