For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Asif zaidi's Discussions (474)

Discussions Replied To (455) Replies Latest Activity

"मोहतरम जनाब समर साहब बहुत शुक्रिया नवाज़िश आपकी दुआ मेरे लिये सनद है ममनून हूँ ....स…"

Asif zaidi replied Jan 25, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
Reply by Samar kabeer

"मोहतरमा अंजलि जी बहुत नवाज़िश बहुत  शुक्रिया रहनुमाई केलिए ....सादर "

Asif zaidi replied Jan 25, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
Reply by Samar kabeer

"मोहतरम जनाब गुरपीत सिंघ जी साहेब ज़र्रा नवज़ी का शुक्रिया सादर"

Asif zaidi replied Jan 25, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय जनाब नमन जी दुआओं से नवाज़ने का शुक्रिया सादर"

Asif zaidi replied Jan 25, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
Reply by Samar kabeer

"मोहतरम जनाब समर कबीर साहब होसला अफ़्ज़ाई का शुक्रिया ये मेरे लिये दुआ भी हो गई.... "

Asif zaidi replied Jan 25, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
Reply by Samar kabeer

"मोहतरम जनाब वासुदेव जी 'नमन' को आदाब व नमन बधाई बहुत बहुत मुबारकबाद शानदार उम्दा बेह…"

Asif zaidi replied Jan 25, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
Reply by Samar kabeer

"मोहतरम जनाब शिज्जु शकूर साहब आदाब बेहतरीन उम्दा ग़ज़ल के लिए दिली मुबारकबाद मालिक इल…"

Asif zaidi replied Jan 25, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
Reply by Samar kabeer

"मोहतरम जनाब नवीन मणि त्रिपाठी जी आदाब बहुत उम्दा बेहतरीन ग़ज़ल के लिए दिली मुबारकबाद…"

Asif zaidi replied Jan 25, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
Reply by Samar kabeer

"मोहतरम जनाब नवीन जी आदाब बहुत शुक्रिया 1 यह (ये) 2 मेरी परवाज़ इतनी नहीं...सादर"

Asif zaidi replied Jan 25, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
Reply by Samar kabeer

"मोहतरम जनाब मो.नायाब साहब नायाब उम्दा बेहतरीन ग़ज़ल के लिए मुबारकबाद क़ुबूल करें...म…"

Asif zaidi replied Jan 25, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
Reply by Samar kabeer

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हमको न/गर में गाँव/ खुला याद/ आ गयामानो स्व/यं का भूला/ पता याद/आ गया। आप शायद स्व का वज़्न 2 ले…"
1 hour ago
Mahendra Kumar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"बहुत शुक्रिया आदरणीय। देखता हूँ क्या बेहतर कर सकता हूँ। आपका बहुत-बहुत आभार।"
1 hour ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय,  श्रद्धेय तिलक राज कपूर साहब, क्षमा करें किन्तु, " मानो स्वयं का भूला पता…"
2 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"समॉं शब्द प्रयोग ठीक नहीं है। "
2 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हर सिम्त वो है फैला हुआ याद आ गया  ज़ाहिद को मयकदे में ख़ुदा याद आ गया यह शेर पाप का स्थान माने…"
2 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"तन्हाइयों में रंग-ए-हिना याद आ गया आना था याद क्या मुझे क्या याद आ गया लाजवाब शेर हुआ। गुज़रा हूँ…"
3 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"शानदार शेर हुए। बस दो शेर पर कुछ कहने लायक दिखने से अपने विचार रख रहा हूँ। जो दे गया है मुझको दग़ा…"
3 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"मिसरा दिया जा चुका है। इस कारण तरही मिसरा बाद में बदला गया था। स्वाभाविक है कि यह बात बहुत से…"
4 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"खुशबू सी उसकी लाई हवा याद आ गया, बन के वो शख़्स बाद-ए-सबा याद आ गया। अच्छा शेर हुआ। वो शोख़ सी…"
4 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हमको नगर में गाँव खुला याद आ गया मानो स्वयं का भूला पता याद आ गया।१। अच्छा शेर हुआ। तम से घिरे थे…"
4 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"किस को बताऊँ दोस्त  मैं क्या याद आ गया ये   ज़िन्दगी  फ़ज़ूल …"
4 hours ago
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"जी ज़रूर धन्यवाद! क़स्बा ए शाम ए धुँध को  "क़स्बा ए सुब्ह ए धुँध" कर लूँ तो कैसा हो…"
5 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service