For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

योगराज प्रभाकर's Comments

Comment Wall (85 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 12:18pm on May 4, 2010, asha pandey ojha said…
Waah...! Gzab ek ek sher zehan me utrta hua ......lazwab..!
At 4:11pm on May 3, 2010,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

At 12:03pm on May 3, 2010, asha pandey ojha said…
आदरनीय प्रभाकर जी सादर नमस्ते ..!
सबसे पहले तो क्षमा चाहूंगी कि आपके मित्र अनुरोध को स्वीकार करने में विलम्ब हुआ ..अभी इन दिनों मेरी व्यस्तता कुछ ज्यादा बढ़ गई ..तीन दिन बाद आज ही उदयपुर से लौटी हूं ..!आज आपका कमेन्ट भी पढ़ा "कंही धूप में "ओर में आश्र्याचाकित रह गई आपने जो गज़ल के बारे में जानकारी दी ..आपको भी ताज्जुब होगा कि ..मुझे कविता व गज़ल संबंधी व्याकरण का ज्ञान बिलकुल नहीं है ..किसी गजलकार से मेरा सम्पर्क भी अब तक नहीं था .जो कुछ आज तक लिखा था वो सिर्फ मन के भावों को लिपि-आबद्ध कर लेती हूं मैने जब इसे लिखा तब तो मुझे ग़ज़ल का बिलकुल भी ज्ञान नहीं था .. ये मैंने दो साल पहले लिखी थी ..ओर ये मधुमती में छपी भी थी मैने इसें गज़ल या कविता शीर्षक भी नहीं दिया ..अभी पिछले महीने एक कुंवर बैचन की पुस्तक गज़ल का व्याकरण बाज़ार में दिखी तो वो खरीद ली उसको पढ़ के मुझे गज़ल का व्यकरण समझ आया ..उसके बाद मैंने जो लिखा उन सब में इन बातों का ध्यान रखने की कोशिश की ..लेकिन इस रचना को आप लोगों के समक्ष ज्यौं का त्यों रख दिया क्योंकि मुझे लगा कि मेने इसें गज़ल नाम नहीं दिया है ..हाँ अब लगता है कि अगर बहर और काफ़िये का ज्ञान पहले होता तो ये गज़ल बन सकती थी ..परन्तु मेरा घर से बहार नहीं निकलना ,गृहस्थी में उलझे रहना अपनी वकालत ,रिसिर्च कार्य में व्यस्त रहना ..सबसे बड़ी बात किन्ही लेखकों से परिचय नहीं होना ..मेरी गलतियों का कारण बना ..अब तो मुझे मेरी गलतियों का अहसास खुद ही होने लगा है ..!आपके हौसलाफजाई व मार्ग दर्शन का तहे दिल से शुक्रिया ..में अब कोशिश करूंगी की आपको मेरी सही गज़ल पढने को मिले ..उम्मीद है आप इसी तरह मार्ग दर्शन करतें रहेंगे ..!आपका बहुत बहुत आभार !
At 4:19pm on May 1, 2010, PREETAM TIWARY(PREET) said…

At 10:46am on May 1, 2010, Admin said…

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर updated their profile
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभा जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार.. बहुत बहुत धन्यवाद.. सादर "
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय। "
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आपका हार्दिक आभार, आदरणीय"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय दयाराम जी मेरे प्रयास को मान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। हार्दिक आभार। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ पांडेय सर, बहुत दिनों बाद छंद का प्रयास किया है। आपको यह प्रयास पसंद आया, जानकर खुशी…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय आदरणीय चेतन प्रकाशजी मेरे प्रयास को मान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। हार्दिक आभार। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, प्रदत्त चित्र पर बढ़िया प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभा जी, प्रदत्त चित्र को शाब्दिक करती मार्मिक प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय दयाराम जी, प्रदत्त चित्र को शाब्दिक करते बहुत बढ़िया छंद हुए हैं। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय दयाराम मथानी जी छंदों पर उपस्तिथि और सराहना के लिये आपका हार्दिक आभार "
Sunday
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी छंदों पर उपस्तिथि और सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार "
Sunday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service