आदरणीय दीपक 'कुल्लवी' जी अभिवादन और स्वागत है आप का मित्र बनने पर ....आप के पिता श्री विद्रोही जी को भी मेरा नमन .
.आप की नगरी कुल्लू मनाली है ही ऐसी प्रभुवर कि सब भागे चले आते हैं वैसे ही मै यानी 'भ्रमर' भी भ्रमण करते आप की वादियों तक उत्तर प्रदेश से कई प्रदेशों तक होते आ पहुंचा हूँ और प्रभु कृपा से आप सब के मधुर गान और रचनाओं ,व्यास नदी के तट पहाड़ी वादियों में प्रेमियों का प्रेम पाते कुछ दिन यहाँ भी गुजारने चलता फिरता रहता हूँ ...
aapka sneh mila , utsah badha. aap jaisi mahan hasti ka ashirvachan mere liye anmol hai. aap koyle ko hira kah rahe hain. aap jaise surya ki roshni se prakashit hone ka prayas karunga. abhar.
उन्ही के कदमों में जा गिरा ज़माना है
इश्क़-ओ-मुहब्बत का जिनके पास ख़ज़ाना है
वफ़ा की सूली पे जो हँसता हुआ चढ़ जाए
नाम-ए-बेवफ़ाई से बिल्कुल जो अंजाना है
ईद और दीवाली में जो फ़र्क़ नहीं करता
अल्ला और राम को एक जिसने माना है
आसां नहीं है जीना ऐसे जनू वालों का
शॅमा की मुहब्बत में हँसकर जल जाते परवाने हैं
'दीपक कुल्लवी उन सबको करता है सलाम
इंसानियत का बोझ जो हंसकर उठाते हैं
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
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Deepak Sharma Kuluvi's Comments
Comment Wall (30 comments)
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swagat hai aapka
'कुल्लवी' जी अभिवादन और स्वागत है आप का मित्र बनने पर .
Thanks Kulluvi Saheb, your appreciation of my writing is very valuable to me. Regards
आदरणीय दीपक 'कुल्लवी' जी अभिवादन और स्वागत है आप का मित्र बनने पर ....आप के पिता श्री विद्रोही जी को भी मेरा नमन .
धन्यवाद कुल्लवी जी .
आपकी आभारी हूँ कुलवी जी , धन्यवाद
aadarniy dipak ji, sadar abhivadan.
aapka sneh mila , utsah badha. aap jaisi mahan hasti ka ashirvachan mere liye anmol hai. aap koyle ko hira kah rahe hain. aap jaise surya ki roshni se prakashit hone ka prayas karunga. abhar.
aadarniya mahoday, sadar abhivadan. aapne mujhe mitr banaya , abhar.
Thank You for being with me .दोस्ति बढाने के लिए हार्दिक धन्यबाद् ।
दीपक जी .... आदाब .... शुक्रिया के आप ने मेरे दर्द को महसूस किया ...
अज़ीज़ बेलगामी
09900222551
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
दीपक जी
इस वेबसाइट(ओपन बुक्स ऑनलाइन) पर दुसरे वेबसाइट का लिंक देना मन है...त्वरित कार्यवाई के साथ लिंक हटा दी गयी है....
http://www.openbooksonline.com/forum/topics/obo-1/showLastReply
Happiness Quotes | Forward this Graphic
http://openbooksonline.com/forum/topics/obo-2?id=5170231%3ATopic%3A18867&page=8#comments
उन्ही के कदमों में जा गिरा ज़माना है
इश्क़-ओ-मुहब्बत का जिनके पास ख़ज़ाना है
वफ़ा की सूली पे जो हँसता हुआ चढ़ जाए
नाम-ए-बेवफ़ाई से बिल्कुल जो अंजाना है
ईद और दीवाली में जो फ़र्क़ नहीं करता
अल्ला और राम को एक जिसने माना है
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'दीपक कुल्लवी उन सबको करता है सलाम
इंसानियत का बोझ जो हंसकर उठाते हैं
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