कृपया विलम्ब हेतु क्षमा करें ..थोडी व्यस्तता थी ...आपने तो बिलकुल माँ की तरह मुझे अपना स्नेह दिया ..दिल गद-गद हो गया ....मैं इस गुरुकुल में नया हूँ साथ ही कोई कवी भी नहीं हूँ..मन में कई प्रश्न उठते रहते हैं ....अक्सर ऐसा लगता है की क्या मैं जो लिखता हूँ चुकी वो मात्रा गणना के नियमो के अनुसार नहीं होता क्या तब उससे कविता कहलाने की योग्यता होगी या नहीं ....मुझे बहुत मार्गदर्शन और पथ प्रदर्शन की आवश्यकता है ..तथा आपसे प्राप्त होने की उम्मीद भी ..कृपया मेरी जिज्ञासाओं का समाधान करें तथा अपना स्नेहाशीष सर्वथा बनाये रखें .......
प्रणाम. आपकी प्रस्तुतियां, यथार्थ के सन्देश बड़ी सुन्दरता से दे जाते हैं और आपकी सरल टिप्पणियां स्वल्प में यथेष्ट का संतोष प्रदान कर जाती हैं... धन्यवाद, आभार.
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Coontee mukerji's Comments
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बहुत ही अच्छी रचनाएं है. बधाई
बहुत ही सुन्दर समस्त रचनाएँ है ...कुंती मुखर्जी जी
..............सादर वन्दे
अदरणीया कुंती जी, जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं!
जन्म दिन मुबारक ! आपका हर दिन मंगलमय हो।
सादर,
विजय निकोर
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
" जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें आदरणीया आपको"
क्षणिकाये पसंद आने के लिये धन्यवाद
सादर आभार
आदरणीया कुंती जी आपको रचनाएं पसंद आई , आपका धन्यवाद !
हमारी मित्र मंडली मे आपका स्वागत है कुंती जी ।
सादर नमस्कार कुंती जी
adarneeya kuntee ji mai kuchh dino se baahar tha thailand gaya tha fir waha se gaav ///now come back //ap ke is sneh ke liye hardik aabhar
कृपया विलम्ब हेतु क्षमा करें ..थोडी व्यस्तता थी ...आपने तो बिलकुल माँ की तरह मुझे अपना स्नेह दिया ..दिल गद-गद हो गया ....मैं इस गुरुकुल में नया हूँ साथ ही कोई कवी भी नहीं हूँ..मन में कई प्रश्न उठते रहते हैं ....अक्सर ऐसा लगता है की क्या मैं जो लिखता हूँ चुकी वो मात्रा गणना के नियमो के अनुसार नहीं होता क्या तब उससे कविता कहलाने की योग्यता होगी या नहीं ....मुझे बहुत मार्गदर्शन और पथ प्रदर्शन की आवश्यकता है ..तथा आपसे प्राप्त होने की उम्मीद भी ..कृपया मेरी जिज्ञासाओं का समाधान करें तथा अपना स्नेहाशीष सर्वथा बनाये रखें .......
आ० मित्रता स्वीकार करने के लिए हार्दिक धन्यवाद.
कुन्तीजी,
प्रणाम. आपकी प्रस्तुतियां, यथार्थ के सन्देश बड़ी सुन्दरता से दे जाते हैं और आपकी सरल टिप्पणियां स्वल्प में यथेष्ट का संतोष प्रदान कर जाती हैं... धन्यवाद, आभार.
प्रेम की अभिव्यक्ति रचना पसंद कर मान बढाने के लिए और पुर्णतः सहमत होने के लिए आपका हार्दिक आभार
भगवान् श्री कृष्ण तो सभी सह्रदयी सुधि भक्तो पर सदैव अपार कृपा बरसाते है | निश्चित ही वे परम सुख के सागर है
रचना पर सापेक्ष टिप्पणी के लिए आपका हार्दिक आभार
नमस्कार
यह जानकर और भी प्रसन्नता हुई की फ्रेंच भाषी होने के बावजूद आप इतनी अच्छी हिंदी लिख सकती हैं। आपको भारतवर्ष में आये कितना समय हुआ है।
एक बात और जानना चाहता हूँ। आशा है बुरा नहीं मानेंगी आप अपना नाम COONTEE लिखती हैं क्या इसका उच्चारण कुंती है।
JI HAAN MAIN LUCKNOW MEIN RAHATA HOON.
सहमत हूँ आप के साथ !! लाली
बहुत आभारी हूँ आप की जो आप ने समय निकालकर मेरी टूटी-फूटी कविताओं को सराहा .. हार्दिक धन्यवाद कुंती जी .. रंगोत्सव की ढेरों शुभकामनाएं
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