आदरणीया आशा पाण्डेय जी " त्रिसुगंधि " के लिए रचनाएँ आमंत्रित करने का अत्यंत नेक कार्य अपने किया है। बहुत बहुत शुभकामनायें।हम जैसे नए लिखने वालों के लिए ऊर्जा का संचार किया है आपने। बहुत बहुत साधुवाद .
आशा जी आपका कमेन्ट पढकर खुशी हुई |काफी दिनों से आप की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा थी |ओ.बी.ओ.एक सार्थक मंच है यहाँ लिख् पढकर संतोष होता है | हम सब पढ़े गढ़ें यही कामना है |
किसी को मत अपना मान परिंदे.....
इक तेरे तसव्वुर ने महबूब यूं संवार दी ज़िन्दगी
Dono hi bahut achchhi likhi gayi hai. Aasha ji, bahut dino ke baad aapki rachna padh raha hoon. Aap aise hi likhti rahen yahi ISHWAR se prarthna hai.
At 3:39pm on September 16, 2010, alka tiwari said…
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
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Asha pandey ojha's Comments
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सदस्य कार्यकारिणीमिथिलेश वामनकर said…
ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार की ओर से आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें...
" जन्मदिन की हार्दिक बधाई व् शुभकामनायें ", आदरणीया आशा जी
बहुत सुंदर सब कुछ शब्द भी, आवाज़ भी, सुर भी , शब्द कम पड़ गये है मेरे पास। निशब्द हूँ आपकी इस रचना के सम्मुख ..
आदरणीया asha pandey ojha जी!
ना मिले उस दर्द से निजात मौला
हो जिसमे उसकी याद साथ मौला
रंजो गम जहाँ के हंस कर सह जाऊ
जो हो मेरे सर पे तेरा हाथ मौला
पाकर जरा सी ख़ुशी मगरूर हो जाये
आदमी की इतनी है औकात मौला
या तो सिर्फ हमको इंसान बना
या तो फिर माथे पे लिख दे जात मौला
तेरा ही रचाया हुआ एक खेल है दुनिया
तेरा बन्दा चला तुझको देने मात मौला
शुभकामनाये आदरणीया asha pandey ojha जी!
सादर वेदिका
आदरणीया आशा पाण्डेय जी " त्रिसुगंधि " के लिए रचनाएँ आमंत्रित करने का अत्यंत नेक कार्य अपने किया है। बहुत बहुत शुभकामनायें।हम जैसे नए लिखने वालों के लिए ऊर्जा का संचार किया है आपने। बहुत बहुत साधुवाद .
नमस्कार ....फेसबुक पे तो आप से तीन साल से जुडा हूँ, ....ओ.बी.ओ. में पहली बार. ओ.बी.ओ.से कई सालों से जुडा हूँ पर ज्यादा वक्त नहीं दे पाता.
बधाई के लिए आपका अतिशय धन्यवाद।
विजय निकोर
wish you a very happy birthday
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
Happiness Quotes | Forward this Graphic
इक तेरे तसव्वुर ने महबूब यूं संवार दी ज़िन्दगी
Dono hi bahut achchhi likhi gayi hai. Aasha ji, bahut dino ke baad aapki rachna padh raha hoon. Aap aise hi likhti rahen yahi ISHWAR se prarthna hai.
deepak
kuluvi
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मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
ham aap pahle bhi fb friends hain punah punah obo pariwar mein ek bar fir aapka swagat abhinandan hai--- sadar
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