Comments - ऐ हवा .... - Open Books Online2024-03-28T21:49:28Zhttps://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A990986&xn_auth=noआदरणीय समर कबीर साहिब आदाब ,…tag:openbooks.ning.com,2019-08-26:5170231:Comment:9913542019-08-26T09:51:31.449ZSushil Sarnahttps://openbooks.ning.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय समर कबीर साहिब आदाब , सृजन के भावों को आत्मीय मान एवं सुझाव देने का दिल से आभार . सर पवन के बारे में मैं भूला कुछ नहीं पर पता नहीं भाव प्रवाह में ध्यान नहीं रहा . क्षमा चाहूंगा सर . मैंने संशोधित कर दिया आशा अब सृजन आपको निराश नहीं करेगा. सादर</p>
<p>आदरणीय समर कबीर साहिब आदाब , सृजन के भावों को आत्मीय मान एवं सुझाव देने का दिल से आभार . सर पवन के बारे में मैं भूला कुछ नहीं पर पता नहीं भाव प्रवाह में ध्यान नहीं रहा . क्षमा चाहूंगा सर . मैंने संशोधित कर दिया आशा अब सृजन आपको निराश नहीं करेगा. सादर</p> आदरणीया प्रतिभा पाण्डेय जी सृ…tag:openbooks.ning.com,2019-08-26:5170231:Comment:9915272019-08-26T09:47:48.694ZSushil Sarnahttps://openbooks.ning.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीया प्रतिभा पाण्डेय जी सृजन के भावों को आत्मीय मान देने का दिल से आभार l पवन का संशय मैंने दूर कर दिया है , आशा है अब सृजन आपको ठीक लगेगा . सादर ...</p>
<p>आदरणीया प्रतिभा पाण्डेय जी सृजन के भावों को आत्मीय मान देने का दिल से आभार l पवन का संशय मैंने दूर कर दिया है , आशा है अब सृजन आपको ठीक लगेगा . सादर ...</p> जनाब सुशील सरना जी आदाब,प्रस्…tag:openbooks.ning.com,2019-08-25:5170231:Comment:9915152019-08-25T10:17:26.765ZSamar kabeerhttps://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब सुशील सरना जी आदाब,प्रस्तुति अच्छी है,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>एक बात पहले भी आपको आपकी किसी कविता के माध्यम से बता चुका हूँ कि "पवन" शब्द पुल्लिंग है ।</p>
<p>जनाब सुशील सरना जी आदाब,प्रस्तुति अच्छी है,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>एक बात पहले भी आपको आपकी किसी कविता के माध्यम से बता चुका हूँ कि "पवन" शब्द पुल्लिंग है ।</p> सुन्दर रचना सर ,हवा(पवन) पर त…tag:openbooks.ning.com,2019-08-24:5170231:Comment:9914452019-08-24T18:58:15.913ZPratibha Pandeyhttps://openbooks.ning.com/profile/PratibhaPandey
<p>सुन्दर रचना सर ,हवा(पवन) पर तो हम भी कुछ कहना चाहते है </p>
<p>सुन्दर रचना सर ,हवा(पवन) पर तो हम भी कुछ कहना चाहते है </p>