Comments - 'कागा उवाच' (लघुकथा) : - Open Books Online2024-03-28T22:58:14Zhttps://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A979131&xn_auth=noमेरी इस ब्लॉग पोस्ट पर अपना अ…tag:openbooks.ning.com,2019-04-01:5170231:Comment:9800192019-04-01T11:41:37.645ZSheikh Shahzad Usmanihttps://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>मेरी इस ब्लॉग पोस्ट पर अपना अमूल्य समय देकर व राय देते हुए मेरी हौसला अफ़ज़ाई हेतु बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय तेजवीर सिंह साहिब, आदरणीय समर कबीर साहिब, आदरणीय सुशील सरना साहिब, आदरणीया नीलम उपाध्याय साहिबा और आदरणीया बबीता गुप्ता साहिबा।</p>
<p>मेरी इस ब्लॉग पोस्ट पर अपना अमूल्य समय देकर व राय देते हुए मेरी हौसला अफ़ज़ाई हेतु बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय तेजवीर सिंह साहिब, आदरणीय समर कबीर साहिब, आदरणीय सुशील सरना साहिब, आदरणीया नीलम उपाध्याय साहिबा और आदरणीया बबीता गुप्ता साहिबा।</p> संदेशात्मक रचना, जमाने के साथ…tag:openbooks.ning.com,2019-03-29:5170231:Comment:9796492019-03-29T18:26:51.697Zbabitaguptahttps://openbooks.ning.com/profile/babitagupta631
<p>संदेशात्मक रचना, जमाने के साथ चलना हैं तो कमजोरियों के रोना ना रोकर,सोच को विस्तृत करो अर्थात् अपडेट हर पल रहना ।</p>
<p>बेहतरीन रचना के लिए बधाई स्वीकार कीजिएगा आदरणीय शेख सरजी।</p>
<p>संदेशात्मक रचना, जमाने के साथ चलना हैं तो कमजोरियों के रोना ना रोकर,सोच को विस्तृत करो अर्थात् अपडेट हर पल रहना ।</p>
<p>बेहतरीन रचना के लिए बधाई स्वीकार कीजिएगा आदरणीय शेख सरजी।</p> आदरणीय शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी,…tag:openbooks.ning.com,2019-03-27:5170231:Comment:9796232019-03-27T08:51:10.084ZNeelam Upadhyayahttps://openbooks.ning.com/profile/NeelamUpadhyaya
<p>आदरणीय शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी, नमस्कार। अच्छी लघुकथा की प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>आदरणीय शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी, नमस्कार। अच्छी लघुकथा की प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p> आदरणीय शेख़ उस्मानी साहिब, आदा…tag:openbooks.ning.com,2019-03-26:5170231:Comment:9796152019-03-26T13:45:43.205ZSushil Sarnahttps://openbooks.ning.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय शेख़ उस्मानी साहिब, आदाब .... बहुत ही सुंदर और सारगर्भित लघु कथा हुई है। अपडेट रहना ही पड़ेगा वरना ज़माना आगे निकल जाएगा हमें छोड़कर।</p>
<p>आदरणीय शेख़ उस्मानी साहिब, आदाब .... बहुत ही सुंदर और सारगर्भित लघु कथा हुई है। अपडेट रहना ही पड़ेगा वरना ज़माना आगे निकल जाएगा हमें छोड़कर।</p> जनाब शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी आदा…tag:openbooks.ning.com,2019-03-26:5170231:Comment:9798082019-03-26T08:58:05.922ZSamar kabeerhttps://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी आदाब,अच्छी लघुकथा लिखी आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी आदाब,अच्छी लघुकथा लिखी आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p> हार्दिक बधाई आदरणीय शेख उस्मा…tag:openbooks.ning.com,2019-03-23:5170231:Comment:9791562019-03-23T06:35:46.915ZTEJ VEER SINGHhttps://openbooks.ning.com/profile/TEJVEERSINGH
हार्दिक बधाई आदरणीय शेख उस्मानी जी। बेहतरीन, संदेश प्रद, रोचकता पूर्ण एवम प्रतीकत्मक लघुकथा।अच्छी कल्पना।
हार्दिक बधाई आदरणीय शेख उस्मानी जी। बेहतरीन, संदेश प्रद, रोचकता पूर्ण एवम प्रतीकत्मक लघुकथा।अच्छी कल्पना।