Comments - नये साल का स्वागत नये अंदाज में - अवधी के अरधान (बरवें छंद में ) - Open Books Online2024-03-28T19:25:04Zhttps://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A907377&xn_auth=noआ. भाई गोपाल नारायण जी, अभिवा…tag:openbooks.ning.com,2018-01-04:5170231:Comment:9077002018-01-04T04:54:03.004Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'https://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई गोपाल नारायण जी, अभिवादन। सुंदर छंद हुए हैं हार्दिक बधाई ।</p>
<p>आ. भाई गोपाल नारायण जी, अभिवादन। सुंदर छंद हुए हैं हार्दिक बधाई ।</p> आदरणीय गोपाल नारायण जी, इन छं…tag:openbooks.ning.com,2018-01-03:5170231:Comment:9077342018-01-03T09:35:03.928ZAjay Tiwarihttps://openbooks.ning.com/profile/AjayTiwari
<p>आदरणीय <span>गोपाल नारायण जी, इन छंदों में भी पिछले छंदों की तरह आपकी लोक-संपृक्ति मुखर है. अतीव सुन्दर! हार्दिक बधाई.</span></p>
<p>आदरणीय <span>गोपाल नारायण जी, इन छंदों में भी पिछले छंदों की तरह आपकी लोक-संपृक्ति मुखर है. अतीव सुन्दर! हार्दिक बधाई.</span></p> जनाब डॉ.गोपाल नारायण श्रीवास्…tag:openbooks.ning.com,2018-01-02:5170231:Comment:9076332018-01-02T12:03:44.047ZSamar kabeerhttps://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब डॉ.गोपाल नारायण श्रीवास्तव जी आदाब,बरवें छन्द में अच्छी प्रस्तुति है, बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब डॉ.गोपाल नारायण श्रीवास्तव जी आदाब,बरवें छन्द में अच्छी प्रस्तुति है, बधाई स्वीकार करें ।</p> ज़मीन और संस्कृति से जुड़ी और…tag:openbooks.ning.com,2018-01-02:5170231:Comment:9073882018-01-02T03:47:48.804ZSheikh Shahzad Usmanihttps://openbooks.ning.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>ज़मीन और संस्कृति से जुड़ी और मौसम व माहौल के रंग से परिपूर्ण बेहतरीन रचना के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद मुहतरम जनाब डॉ. <a class="nolink"><span> </span></a><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/GOPALNARAINSRIVASTAVA">डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव साहिब।</a></p>
<p>ज़मीन और संस्कृति से जुड़ी और मौसम व माहौल के रंग से परिपूर्ण बेहतरीन रचना के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद मुहतरम जनाब डॉ. <a class="nolink"><span> </span></a><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/GOPALNARAINSRIVASTAVA">डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव साहिब।</a></p>