Comments - ग़ज़ल : इस्लाह हेतू - Open Books Online2024-03-28T15:06:14Zhttps://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A854560&xn_auth=noहार्दिक आभार आ. लक्ष्मण धामी…tag:openbooks.ning.com,2017-05-08:5170231:Comment:8550572017-05-08T07:52:28.969ZNeeraj Neerhttps://openbooks.ning.com/profile/NeerajKumarNeer
<p>हार्दिक आभार आ. लक्ष्मण धामी जी </p>
<p>हार्दिक आभार आ. लक्ष्मण धामी जी </p> बहुत खूबtag:openbooks.ning.com,2017-05-08:5170231:Comment:8548932017-05-08T06:24:25.409Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'https://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p> बहुत खूब</p>
<p> बहुत खूब</p> आपका हार्दिक आभार आदरणीय रवि…tag:openbooks.ning.com,2017-05-08:5170231:Comment:8551412017-05-08T05:23:56.070ZNeeraj Neerhttps://openbooks.ning.com/profile/NeerajKumarNeer
<p>आपका हार्दिक आभार आदरणीय रवि शुक्ल जी ... </p>
<p>आपका हार्दिक आभार आदरणीय रवि शुक्ल जी ... </p> आदरण्ीय नीरज जी बहुत सुंदर भ…tag:openbooks.ning.com,2017-05-08:5170231:Comment:8549422017-05-08T03:50:32.654ZRavi Shuklahttps://openbooks.ning.com/profile/RaviShukla
<p>आदरण्ीय नीरज जी बहुत सुंदर भाव आपने गजल में लिये है बधाई गजल के लिये काफिया पर जानकारी ले कर आप इसे सुधार सकते है । बहुत बहुत बधाई इस गजल के लिये</p>
<p></p>
<p>आदरण्ीय नीरज जी बहुत सुंदर भाव आपने गजल में लिये है बधाई गजल के लिये काफिया पर जानकारी ले कर आप इसे सुधार सकते है । बहुत बहुत बधाई इस गजल के लिये</p>
<p></p> शुक्रिया आ. सतविन्द्र कुमार ज…tag:openbooks.ning.com,2017-05-07:5170231:Comment:8548472017-05-07T07:28:53.929ZNeeraj Neerhttps://openbooks.ning.com/profile/NeerajKumarNeer
<p>शुक्रिया आ. सतविन्द्र कुमार जी .... </p>
<p>शुक्रिया आ. सतविन्द्र कुमार जी .... </p> शुक्रिया आ. बसंत कुमार शर्मा…tag:openbooks.ning.com,2017-05-07:5170231:Comment:8551122017-05-07T07:27:33.927ZNeeraj Neerhttps://openbooks.ning.com/profile/NeerajKumarNeer
<p>शुक्रिया आ. बसंत कुमार शर्मा जी </p>
<p>शुक्रिया आ. बसंत कुमार शर्मा जी </p> शुक्रिया आ. बसंत कुमार शर्मा…tag:openbooks.ning.com,2017-05-07:5170231:Comment:8548462017-05-07T07:27:28.541ZNeeraj Neerhttps://openbooks.ning.com/profile/NeerajKumarNeer
<p>शुक्रिया आ. बसंत कुमार शर्मा जी </p>
<p>शुक्रिया आ. बसंत कुमार शर्मा जी </p> आदरणीय नीर जी गजल में बहुत सु…tag:openbooks.ning.com,2017-05-07:5170231:Comment:8548002017-05-07T04:39:48.420Zसतविन्द्र कुमार राणाhttps://openbooks.ning.com/profile/28fn40mg3o5v9
आदरणीय नीर जी गजल में बहुत सुंदर भावों को पिरोया है,हारदिक बधाई स्वीकारें।बस काफ़िया सही नहीं बन पा रहा।यहाँ ती है रदीफ़ ही महसूस पा रहे हैं
आदरणीय नीर जी गजल में बहुत सुंदर भावों को पिरोया है,हारदिक बधाई स्वीकारें।बस काफ़िया सही नहीं बन पा रहा।यहाँ ती है रदीफ़ ही महसूस पा रहे हैं मनोहारी ग़ज़ल दिल से दिल की बात…tag:openbooks.ning.com,2017-05-07:5170231:Comment:8550082017-05-07T04:08:57.393Zबसंत कुमार शर्माhttps://openbooks.ning.com/profile/37vrpfxgzfdi8
<p>मनोहारी ग़ज़ल दिल से दिल की बात करती हुई </p>
<p>मनोहारी ग़ज़ल दिल से दिल की बात करती हुई </p> आपका आभार आ . गिरिराज भंडारी…tag:openbooks.ning.com,2017-05-06:5170231:Comment:8548352017-05-06T17:13:50.838ZNeeraj Neerhttps://openbooks.ning.com/profile/NeerajKumarNeer
<p>आपका आभार आ . गिरिराज भंडारी जी .. </p>
<p>आपका आभार आ . गिरिराज भंडारी जी .. </p>