Comments - जाड़ा - Open Books Online2024-03-29T11:18:47Zhttps://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A830687&xn_auth=noआदरणीय सुरेंद्रजी, जाड़े पर सट…tag:openbooks.ning.com,2017-01-27:5170231:Comment:8318382017-01-27T15:03:28.052ZMohammed Arifhttps://openbooks.ning.com/profile/MohammedArif
आदरणीय सुरेंद्रजी, जाड़े पर सटीक रचना , बधाई !
आदरणीय सुरेंद्रजी, जाड़े पर सटीक रचना , बधाई ! आदरणीय सुरेन्द्र भाई , जाड़े प…tag:openbooks.ning.com,2017-01-26:5170231:Comment:8311932017-01-26T14:51:12.815Zगिरिराज भंडारीhttps://openbooks.ning.com/profile/girirajbhandari
<p>आदरणीय सुरेन्द्र भाई , जाड़े पर अच्छी रचना हुई है , हार्दिक बधाइयाँ । लय साधने मे कुछ कमियाँ हैं , ख्याल कीजियेगा ।</p>
<p>आदरणीय सुरेन्द्र भाई , जाड़े पर अच्छी रचना हुई है , हार्दिक बधाइयाँ । लय साधने मे कुछ कमियाँ हैं , ख्याल कीजियेगा ।</p> सर्दी का स्वाद भर गया मुहँ म…tag:openbooks.ning.com,2017-01-25:5170231:Comment:8310812017-01-25T15:44:00.638Zpratibha pandehttps://openbooks.ning.com/profile/pratibhapande
<p>सर्दी का स्वाद भर गया मुहँ में ढेरों बधाई आपको इस रचना के लिए आदरणीय सुरेन्द्र नाथ जी </p>
<p>सर्दी का स्वाद भर गया मुहँ में ढेरों बधाई आपको इस रचना के लिए आदरणीय सुरेन्द्र नाथ जी </p> आदरणीय सुशील सरना जी आभार आपक…tag:openbooks.ning.com,2017-01-24:5170231:Comment:8310042017-01-24T21:32:57.737Zनाथ सोनांचलीhttps://openbooks.ning.com/profile/SurendraNathSingh
आदरणीय सुशील सरना जी आभार आपका हौसला अफजाई के लिए
आदरणीय सुशील सरना जी आभार आपका हौसला अफजाई के लिए आदरणीय सर्दी के हालातों की खू…tag:openbooks.ning.com,2017-01-24:5170231:Comment:8310232017-01-24T14:42:07.731ZSushil Sarnahttps://openbooks.ning.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय सर्दी के हालातों की खूब मंज़रकशी की आपने। इस सुंदर <span>प्रस्तुति</span> के लिए हार्दिक बधाई । </p>
<p>आदरणीय सर्दी के हालातों की खूब मंज़रकशी की आपने। इस सुंदर <span>प्रस्तुति</span> के लिए हार्दिक बधाई । </p> आदरणीय सर्दी के हालातों की खू…tag:openbooks.ning.com,2017-01-24:5170231:Comment:8309012017-01-24T14:42:01.735ZSushil Sarnahttps://openbooks.ning.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय सर्दी के हालातों की खूब मंज़रकशी की आपने। इस सुंदर <span>प्रस्तुति</span> के लिए हार्दिक बधाई । </p>
<p>आदरणीय सर्दी के हालातों की खूब मंज़रकशी की आपने। इस सुंदर <span>प्रस्तुति</span> के लिए हार्दिक बधाई । </p> आदरणीय समर साहब प्रणाम, रचना…tag:openbooks.ning.com,2017-01-24:5170231:Comment:8308942017-01-24T10:52:07.161Zनाथ सोनांचलीhttps://openbooks.ning.com/profile/SurendraNathSingh
आदरणीय समर साहब प्रणाम, रचना पर हौसला अफ़जाई के लिए हृदय तल से आभार
आदरणीय समर साहब प्रणाम, रचना पर हौसला अफ़जाई के लिए हृदय तल से आभार जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आद…tag:openbooks.ning.com,2017-01-24:5170231:Comment:8309762017-01-24T09:07:48.677ZSamar kabeerhttps://openbooks.ning.com/profile/Samarkabeer
जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आदाब,जाड़े पर अच्छी प्रस्तुति है, बधाई स्वीकार करें ।
जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आदाब,जाड़े पर अच्छी प्रस्तुति है, बधाई स्वीकार करें । आद0 मोहम्मद आरिफ जी हौसला अफज…tag:openbooks.ning.com,2017-01-23:5170231:Comment:8310102017-01-23T22:40:34.514Zनाथ सोनांचलीhttps://openbooks.ning.com/profile/SurendraNathSingh
आद0 मोहम्मद आरिफ जी हौसला अफजाई के लिए हृदय तल से आभार
आद0 मोहम्मद आरिफ जी हौसला अफजाई के लिए हृदय तल से आभार आदरणीय सुरेंद्रजी, आदाब ! जाड़…tag:openbooks.ning.com,2017-01-23:5170231:Comment:8308012017-01-23T12:05:19.084ZMohammed Arifhttps://openbooks.ning.com/profile/MohammedArif
आदरणीय सुरेंद्रजी, आदाब ! जाड़ेंं का अहसास कराती रचना के लिए बधाई स्वीकार करें ।
आदरणीय सुरेंद्रजी, आदाब ! जाड़ेंं का अहसास कराती रचना के लिए बधाई स्वीकार करें ।