Comments - हमने किस किस से न पूछा/ ग़ज़ल - Open Books Online2024-03-28T11:20:29Zhttps://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A731694&xn_auth=noबहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय लक्…tag:openbooks.ning.com,2016-01-19:5170231:Comment:7327702016-01-19T12:44:57.676ZNeeraj Nishchalhttps://openbooks.ning.com/profile/NeerajMishra
बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय लक्षमण साहब
बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय लक्षमण साहब बहुत बहुत शुक्रिया आ. फूल साहबtag:openbooks.ning.com,2016-01-19:5170231:Comment:7327002016-01-19T12:42:53.396ZNeeraj Nishchalhttps://openbooks.ning.com/profile/NeerajMishra
बहुत बहुत शुक्रिया आ. फूल साहब
बहुत बहुत शुक्रिया आ. फूल साहब बहुत बहुत हार्दिक धन्यवाद आ.…tag:openbooks.ning.com,2016-01-19:5170231:Comment:7327692016-01-19T12:41:45.528ZNeeraj Nishchalhttps://openbooks.ning.com/profile/NeerajMishra
बहुत बहुत हार्दिक धन्यवाद आ. गिरिराज साहब यूँ ही नजरे इनायत फरमाते रहें समीर साहब की बात पर गौर किया है और अपनी समझानुसार सुधार भी किया है ।
बहुत बहुत हार्दिक धन्यवाद आ. गिरिराज साहब यूँ ही नजरे इनायत फरमाते रहें समीर साहब की बात पर गौर किया है और अपनी समझानुसार सुधार भी किया है । बहुत बहुत शुक्रिया धर्मेन्द्र…tag:openbooks.ning.com,2016-01-19:5170231:Comment:7328122016-01-19T12:38:46.155ZNeeraj Nishchalhttps://openbooks.ning.com/profile/NeerajMishra
बहुत बहुत शुक्रिया धर्मेन्द्र कुमार साहब ।
बहुत बहुत शुक्रिया धर्मेन्द्र कुमार साहब । आपका बहुत बहुत हार्दिक आभार ज…tag:openbooks.ning.com,2016-01-19:5170231:Comment:7326062016-01-19T12:37:42.783ZNeeraj Nishchalhttps://openbooks.ning.com/profile/NeerajMishra
आपका बहुत बहुत हार्दिक आभार जयनित कुमार मेहता साहब ।
आपका बहुत बहुत हार्दिक आभार जयनित कुमार मेहता साहब । हार्दिक बधाई ...tag:openbooks.ning.com,2016-01-19:5170231:Comment:7325852016-01-19T01:19:28.409Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'https://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>हार्दिक बधाई ...</p>
<p>हार्दिक बधाई ...</p> अति सुंदर रचना आपको बहुत बहु…tag:openbooks.ning.com,2016-01-18:5170231:Comment:7327302016-01-18T09:15:15.354ZPHOOL SINGHhttps://openbooks.ning.com/profile/PHOOLSINGH
<p>अति सुंदर रचना आपको बहुत बहुत बधाई स्वीकार हो</p>
<p>अति सुंदर रचना आपको बहुत बहुत बधाई स्वीकार हो</p> अति सुंदर रचना आपको बहुत बहु…tag:openbooks.ning.com,2016-01-18:5170231:Comment:7324702016-01-18T09:13:21.607ZPHOOL SINGHhttps://openbooks.ning.com/profile/PHOOLSINGH
<p>अति सुंदर रचना आपको बहुत बहुत बधाई स्वीकार हो</p>
<p>अति सुंदर रचना आपको बहुत बहुत बधाई स्वीकार हो</p> आदरणीय नीरज भाई , अच्छी गज़ल क…tag:openbooks.ning.com,2016-01-18:5170231:Comment:7324612016-01-18T02:31:55.731Zगिरिराज भंडारीhttps://openbooks.ning.com/profile/girirajbhandari
<p>आदरणीय नीरज भाई , अच्छी गज़ल कही है , समर भाई की सीख को ध्यान दीजियेगा , आपको हार्दिक बधाइयाँ ॥</p>
<p>आदरणीय नीरज भाई , अच्छी गज़ल कही है , समर भाई की सीख को ध्यान दीजियेगा , आपको हार्दिक बधाइयाँ ॥</p> अच्छे अश’आर हुए हैं आदरणीय नी…tag:openbooks.ning.com,2016-01-17:5170231:Comment:7325422016-01-17T17:24:44.969Zधर्मेन्द्र कुमार सिंहhttps://openbooks.ning.com/profile/249pje3yd1r3m
<p>अच्छे अश’आर हुए हैं आदरणीय नीरज साहब, दाद कुबूल करें</p>
<p>अच्छे अश’आर हुए हैं आदरणीय नीरज साहब, दाद कुबूल करें</p>