Comments - वर्ष नवल शुभ मंगलमय हो ......... डॉ० प्राची - Open Books Online2024-03-29T13:33:21Zhttps://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A494474&xn_auth=noअनुपम अनुपम मंत्र मुग्ध हो गय…tag:openbooks.ning.com,2014-01-15:5170231:Comment:4999532014-01-15T13:04:25.068Zram shiromani pathakhttps://openbooks.ning.com/profile/ramshiromanipathak
<p>अनुपम अनुपम मंत्र मुग्ध हो गया आदरणीया। .......... बहुत बहुत बहुत बधाई आपको </p>
<p>अनुपम अनुपम मंत्र मुग्ध हो गया आदरणीया। .......... बहुत बहुत बहुत बधाई आपको </p> आदरणीय सौरभ जी
नव वर्ष शुभका…tag:openbooks.ning.com,2014-01-08:5170231:Comment:4973842014-01-08T08:54:04.944ZDr.Prachi Singhhttps://openbooks.ning.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>आदरणीय सौरभ जी </p>
<p>नव वर्ष शुभकामनाएं निवेदित करते गीत के गठन पर आपका अनुमोदन प्रयास के प्रति आश्वस्त करता है.</p>
<p></p>
<p>उत्साहवर्धन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय </p>
<p>सादर.</p>
<p>आदरणीय सौरभ जी </p>
<p>नव वर्ष शुभकामनाएं निवेदित करते गीत के गठन पर आपका अनुमोदन प्रयास के प्रति आश्वस्त करता है.</p>
<p></p>
<p>उत्साहवर्धन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय </p>
<p>सादर.</p> वाह वाह !
सुगठित गीत की शुद्ध…tag:openbooks.ning.com,2014-01-07:5170231:Comment:4970862014-01-07T14:11:05.759ZSaurabh Pandeyhttps://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>वाह वाह !</p>
<p>सुगठित गीत की शुद्ध पंक्तियाँ मुग्ध कर रही हैं. </p>
<p></p>
<p>काव्य-सुधा दृढ़ भाव अलंकृत</p>
<p>मंथन दर्शन लेखन जागृत,</p>
<p>सद्ग्राही उर संस्कारमय, शब्द कंप में मधुरिम लय हो ....... बहुत-बहुत बधाई इन पंक्तियों के लिए.</p>
<p></p>
<p>नव वर्ष आपके लिए भी शुभदायक हो.</p>
<p></p>
<p>वाह वाह !</p>
<p>सुगठित गीत की शुद्ध पंक्तियाँ मुग्ध कर रही हैं. </p>
<p></p>
<p>काव्य-सुधा दृढ़ भाव अलंकृत</p>
<p>मंथन दर्शन लेखन जागृत,</p>
<p>सद्ग्राही उर संस्कारमय, शब्द कंप में मधुरिम लय हो ....... बहुत-बहुत बधाई इन पंक्तियों के लिए.</p>
<p></p>
<p>नव वर्ष आपके लिए भी शुभदायक हो.</p>
<p></p> नववर्ष की शुभकामनाएं संप्रेषि…tag:openbooks.ning.com,2014-01-07:5170231:Comment:4970482014-01-07T09:00:01.414ZDr.Prachi Singhhttps://openbooks.ning.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>नववर्ष की शुभकामनाएं संप्रेषित करते इस गीत पर आपकी उपस्थिति के लिए सादर धन्यवाद आ० वन्दना जी , आ० मीना पाठक जी </p>
<p>नववर्ष की शुभकामनाएं संप्रेषित करते इस गीत पर आपकी उपस्थिति के लिए सादर धन्यवाद आ० वन्दना जी , आ० मीना पाठक जी </p> प्रतिपूरित हों अभिलाषाएं
सतरं…tag:openbooks.ning.com,2014-01-07:5170231:Comment:4971352014-01-07T08:05:33.186ZMeena Pathakhttps://openbooks.ning.com/profile/MeenaPathak
<p>प्रतिपूरित हों अभिलाषाएं</p>
<p>सतरंगी मन परिभाषाएं,</p>
<p>हर सुयत्न उल्लास भरा हो</p>
<p>लक्ष्य-भेद विश्वास भरा हो,</p>
<p>स्वास्थ्यपूर्ण औ’ वैभवशाली, यशपूरित प्रति क्षण सुखमय हो ......</p>
<p>नित्य प्रगति सोपान गढ़ें हम, वर्ष नवल शुभ मंगलमय हो ......<br/><br/>बहुत सुन्दर मनभावन गीत आदरणीया प्राची जी ... नव वर्ष की हार्दिक बधाई | सादर </p>
<p>प्रतिपूरित हों अभिलाषाएं</p>
<p>सतरंगी मन परिभाषाएं,</p>
<p>हर सुयत्न उल्लास भरा हो</p>
<p>लक्ष्य-भेद विश्वास भरा हो,</p>
<p>स्वास्थ्यपूर्ण औ’ वैभवशाली, यशपूरित प्रति क्षण सुखमय हो ......</p>
<p>नित्य प्रगति सोपान गढ़ें हम, वर्ष नवल शुभ मंगलमय हो ......<br/><br/>बहुत सुन्दर मनभावन गीत आदरणीया प्राची जी ... नव वर्ष की हार्दिक बधाई | सादर </p> परिष्कार को प्रतिक्षण तत्पर…tag:openbooks.ning.com,2014-01-03:5170231:Comment:4955822014-01-03T00:10:31.541Zvandanahttps://openbooks.ning.com/profile/vandana956
<p></p>
<p>परिष्कार को प्रतिक्षण तत्पर</p>
<p>संकल्पित अभ्यास सतत कर,</p>
<p>नित्य ज्ञान हित सर्व समर्पित</p>
<p>क्षुद्र अहम् कर पूर्ण तिरोहित,</p>
<p>भाव भक्ति हो नित श्रद्धामय, कर्म श्रेष्ठतम युति कृतिमय हो ......</p>
<p>नित्य प्रगति सोपान गढ़ें हम, वर्ष नवल शुभ मंगलमय हो</p>
<p></p>
<p>अत्यंत सुन्दर गीत आदरणीया प्राची जी बहुत बधाई </p>
<p></p>
<p>परिष्कार को प्रतिक्षण तत्पर</p>
<p>संकल्पित अभ्यास सतत कर,</p>
<p>नित्य ज्ञान हित सर्व समर्पित</p>
<p>क्षुद्र अहम् कर पूर्ण तिरोहित,</p>
<p>भाव भक्ति हो नित श्रद्धामय, कर्म श्रेष्ठतम युति कृतिमय हो ......</p>
<p>नित्य प्रगति सोपान गढ़ें हम, वर्ष नवल शुभ मंगलमय हो</p>
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<p>अत्यंत सुन्दर गीत आदरणीया प्राची जी बहुत बधाई </p> बहुत बहुत धन्यवाद प्रिय अरुण…tag:openbooks.ning.com,2014-01-02:5170231:Comment:4953982014-01-02T15:35:00.733ZDr.Prachi Singhhttps://openbooks.ning.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>बहुत बहुत धन्यवाद प्रिय अरुण शर्मा जी </p>
<p>आपको व आपके समस्त परिवार जनों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं </p>
<p>बहुत बहुत धन्यवाद प्रिय अरुण शर्मा जी </p>
<p>आपको व आपके समस्त परिवार जनों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं </p> गीत निहित सन्देश को अनुमोदित…tag:openbooks.ning.com,2014-01-02:5170231:Comment:4956472014-01-02T15:34:01.634ZDr.Prachi Singhhttps://openbooks.ning.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>गीत निहित सन्देश को अनुमोदित करने के लिए धन्यवाद आ० शिज्जू जी </p>
<p>गीत निहित सन्देश को अनुमोदित करने के लिए धन्यवाद आ० शिज्जू जी </p> गीत पसंद करने के लिए धन्यवाद…tag:openbooks.ning.com,2014-01-02:5170231:Comment:4954992014-01-02T15:33:16.565ZDr.Prachi Singhhttps://openbooks.ning.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>गीत पसंद करने के लिए धन्यवाद आ० अभिनव अरुण जी </p>
<p>आपके लिए भी नववर्ष मंगलमय हो </p>
<p>गीत पसंद करने के लिए धन्यवाद आ० अभिनव अरुण जी </p>
<p>आपके लिए भी नववर्ष मंगलमय हो </p> गीत को समय देने के लिए धन्यवा…tag:openbooks.ning.com,2014-01-02:5170231:Comment:4956462014-01-02T15:32:06.269ZDr.Prachi Singhhttps://openbooks.ning.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>गीत को समय देने के लिए धन्यवाद आदरणीय जितेन्द्र जी </p>
<p>आपको भी सपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं </p>
<p>गीत को समय देने के लिए धन्यवाद आदरणीय जितेन्द्र जी </p>
<p>आपको भी सपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं </p>