Comments - मौत के साथ आशिकी होगी (अरुन 'अनन्त') - Open Books Online2024-03-29T08:05:04Zhttps://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A491652&xn_auth=noआखिरी वक्त है अमावस का,कल से…tag:openbooks.ning.com,2014-04-20:5170231:Comment:5328242014-04-20T15:52:49.874ZPRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHAhttps://openbooks.ning.com/profile/PRADEEPKUMARSINGHKUSHWAHA
<p><span>आखिरी वक्त है अमावस का,</span><br/><span>कल से हर रात चाँदनी होगी.</span></p>
<p>बहुत खूब कहा </p>
<p>सस्नेह बधाई </p>
<p><span>आखिरी वक्त है अमावस का,</span><br/><span>कल से हर रात चाँदनी होगी.</span></p>
<p>बहुत खूब कहा </p>
<p>सस्नेह बधाई </p> बहुत खूब श्रीमान अरुण जी tag:openbooks.ning.com,2014-01-04:5170231:Comment:4960562014-01-04T07:46:37.687ZM Vijish kumarhttps://openbooks.ning.com/profile/MVijishkumar
<p>बहुत खूब श्रीमान अरुण जी </p>
<p>बहुत खूब श्रीमान अरुण जी </p> वाह! बहुत सुन्दर!
//आखिरी वक्…tag:openbooks.ning.com,2013-12-27:5170231:Comment:4928152013-12-27T14:41:51.845Zबृजेश नीरजhttps://openbooks.ning.com/profile/BrijeshKumarSingh
<p>वाह! बहुत सुन्दर!</p>
<p><span>//आखिरी वक्त है अमावस का,</span><br/><span>कल से हर रात चाँदनी होगी//......बहुत खूब!</span></p>
<p></p>
<p>आपको हार्दिक बधाई!</p>
<p>वाह! बहुत सुन्दर!</p>
<p><span>//आखिरी वक्त है अमावस का,</span><br/><span>कल से हर रात चाँदनी होगी//......बहुत खूब!</span></p>
<p></p>
<p>आपको हार्दिक बधाई!</p> आज छोड़ेगा दर्द भी दामन,आज हास…tag:openbooks.ning.com,2013-12-27:5170231:Comment:4924902013-12-27T09:50:07.599ZSaarthi Baidyanathhttps://openbooks.ning.com/profile/saarthibaidyanath
<p><span>आज छोड़ेगा दर्द भी दामन,</span><br/><span>आज हासिल मुझे ख़ुशी होगी</span><br/><br/><span>आखिरी वक्त है अमावस का,</span><br/><span>कल से हर रात चाँदनी होगी.....आदरणीय अरुन जी बहुत ही प्यारी ग़ज़ल हुई है ....ये दो शेर खास तौर से पसंद आये ..बधाई स्वीकारें :)</span></p>
<p><span>आज छोड़ेगा दर्द भी दामन,</span><br/><span>आज हासिल मुझे ख़ुशी होगी</span><br/><br/><span>आखिरी वक्त है अमावस का,</span><br/><span>कल से हर रात चाँदनी होगी.....आदरणीय अरुन जी बहुत ही प्यारी ग़ज़ल हुई है ....ये दो शेर खास तौर से पसंद आये ..बधाई स्वीकारें :)</span></p> खुबसूरत गजल tag:openbooks.ning.com,2013-12-27:5170231:Comment:4926692013-12-27T09:15:12.150ZSarita Bhatiahttps://openbooks.ning.com/profile/SaritaBhatia
<p>खुबसूरत गजल </p>
<p>खुबसूरत गजल </p> का हो !?
अच्छा लगा पढ़ते हुए. …tag:openbooks.ning.com,2013-12-27:5170231:Comment:4927412013-12-27T09:11:40.250ZSaurabh Pandeyhttps://openbooks.ning.com/profile/SaurabhPandey
<p>का हो !?</p>
<p>अच्छा लगा पढ़ते हुए. यों, ग़ज़ल को थोड़ा और मांजा होता. शिज्जू भाई ने बढिया इशारा किया है.</p>
<p>शुभ-शुभ</p>
<p></p>
<p>का हो !?</p>
<p>अच्छा लगा पढ़ते हुए. यों, ग़ज़ल को थोड़ा और मांजा होता. शिज्जू भाई ने बढिया इशारा किया है.</p>
<p>शुभ-शुभ</p>
<p></p> बहुत प्यारी ग़ज़ल ,आध्यात्मिक ब…tag:openbooks.ning.com,2013-12-26:5170231:Comment:4922942013-12-26T16:49:22.239Zram shiromani pathakhttps://openbooks.ning.com/profile/ramshiromanipathak
<p>बहुत प्यारी ग़ज़ल ,आध्यात्मिक बातें ,क्या? हुआ हाहाहा। ... आदरणीय भाई अरुण जी हार्दिक बधाई आपको </p>
<p>बहुत प्यारी ग़ज़ल ,आध्यात्मिक बातें ,क्या? हुआ हाहाहा। ... आदरणीय भाई अरुण जी हार्दिक बधाई आपको </p> हार्दिक बधाई अरुण अनंतजी , इस…tag:openbooks.ning.com,2013-12-26:5170231:Comment:4922662013-12-26T08:29:39.641Zअखिलेश कृष्ण श्रीवास्तवhttps://openbooks.ning.com/profile/1j78r4oio7ulh
<p>हार्दिक बधाई अरुण अनंतजी , इस सुंदर गज़ल की। </p>
<p>हार्दिक बधाई अरुण अनंतजी , इस सुंदर गज़ल की। </p> अनंत जी
सुन्दर भावो से सजी इस…tag:openbooks.ning.com,2013-12-26:5170231:Comment:4921502013-12-26T05:52:43.964Zडॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तवhttps://openbooks.ning.com/profile/GOPALNARAINSRIVASTAVA
<p>अनंत जी</p>
<p>सुन्दर भावो से सजी इस गजल हेतु बधाई स्वीकार करे i</p>
<p>अनंत जी</p>
<p>सुन्दर भावो से सजी इस गजल हेतु बधाई स्वीकार करे i</p> हार्दिक आभार आदरणीय जीतेंद्र…tag:openbooks.ning.com,2013-12-26:5170231:Comment:4920682013-12-26T05:12:13.628Zअरुन 'अनन्त'https://openbooks.ning.com/profile/ArunSharma
<p>हार्दिक आभार आदरणीय जीतेंद्र भाई जी</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय जीतेंद्र भाई जी</p>