Comments - मृत्यु प्रिया - Open Books Online2024-03-28T13:58:03Zhttps://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A336358&xn_auth=noछिद्र बहुतजग ने कर डालेगले लग…tag:openbooks.ning.com,2013-04-26:5170231:Comment:3533202013-04-26T09:06:13.247ZPRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHAhttps://openbooks.ning.com/profile/PRADEEPKUMARSINGHKUSHWAHA
<p><span>छिद्र बहुत</span><br/><span>जग ने कर डाले</span><br/><span>गले लगा ले</span></p>
<p>अति सुन्दर </p>
<p>बधाई सादर </p>
<p>वन्दना जी </p>
<p><span>छिद्र बहुत</span><br/><span>जग ने कर डाले</span><br/><span>गले लगा ले</span></p>
<p>अति सुन्दर </p>
<p>बधाई सादर </p>
<p>वन्दना जी </p> आदरणी लक्ष्मण प्रसाद जी,आदरणी…tag:openbooks.ning.com,2013-03-23:5170231:Comment:3365962013-03-23T16:54:16.801ZVindu Babuhttps://openbooks.ning.com/profile/vandanatiwari
आदरणी लक्ष्मण प्रसाद जी,आदरणीय रक्ताले महोदय,आदरणीय अजय जी आपकी प्रतिक्रया उत्साहवर्धक है जो मुझे अग्रिम प्रयास के लिए प्रेरित करती है।<br />
सादर आभार
आदरणी लक्ष्मण प्रसाद जी,आदरणीय रक्ताले महोदय,आदरणीय अजय जी आपकी प्रतिक्रया उत्साहवर्धक है जो मुझे अग्रिम प्रयास के लिए प्रेरित करती है।<br />
सादर आभार श्री शिरोमणि जी आपका सादर आभा…tag:openbooks.ning.com,2013-03-23:5170231:Comment:3369362013-03-23T16:52:19.435ZVindu Babuhttps://openbooks.ning.com/profile/vandanatiwari
श्री शिरोमणि जी आपका सादर आभार।<br />
परम आदरणीय निकोर महोदय साधारण सी रचना की सराहना कर महत्वपूर्ण बनाने के लिए आपकी आभारी हूं।<br />
-वन्दना
श्री शिरोमणि जी आपका सादर आभार।<br />
परम आदरणीय निकोर महोदय साधारण सी रचना की सराहना कर महत्वपूर्ण बनाने के लिए आपकी आभारी हूं।<br />
-वन्दना vandna ji sundr rachna badhaitag:openbooks.ning.com,2013-03-23:5170231:Comment:3365752013-03-23T08:13:38.555ZDr.Ajay Kharehttps://openbooks.ning.com/profile/DrAjayKhare
<p>vandna ji sundr rachna badhai</p>
<p>vandna ji sundr rachna badhai</p> छिद्र बहुतजग ने कर डालेगले लग…tag:openbooks.ning.com,2013-03-23:5170231:Comment:3368202013-03-23T03:35:23.874ZAshok Kumar Raktalehttps://openbooks.ning.com/profile/AshokKumarRaktale
<p>छिद्र बहुत<br/>जग ने कर डाले<br/>गले लगा ले...........वाह! अति सुन्दर.</p>
<p> </p>
<p>छिद्र बहुत<br/>जग ने कर डाले<br/>गले लगा ले...........वाह! अति सुन्दर.</p>
<p> </p> अच्छे प्रयास के लिए बधाई वंदन…tag:openbooks.ning.com,2013-03-22:5170231:Comment:3365392013-03-22T16:14:55.703Zलक्ष्मण रामानुज लडीवालाhttps://openbooks.ning.com/profile/LaxmanPrasadLadiwala
<p>अच्छे प्रयास के लिए बधाई वंदना तिवारी जी </p>
<p>अच्छे प्रयास के लिए बधाई वंदना तिवारी जी </p> वंदना जी:
रचना में भाव अच्छ…tag:openbooks.ning.com,2013-03-22:5170231:Comment:3365322013-03-22T12:50:20.553Zvijay nikorehttps://openbooks.ning.com/profile/vijaynikore
<p><strong>वंदना जी:</strong></p>
<p> </p>
<p><strong>रचना में भाव अच्छे लगे,</strong></p>
<p><strong>मन को छू गए।</strong></p>
<p> </p>
<p><strong>सादर,</strong></p>
<p><strong>विजय निकोर</strong></p>
<p><strong>वंदना जी:</strong></p>
<p> </p>
<p><strong>रचना में भाव अच्छे लगे,</strong></p>
<p><strong>मन को छू गए।</strong></p>
<p> </p>
<p><strong>सादर,</strong></p>
<p><strong>विजय निकोर</strong></p> आदरणीया वंदना तिवारी जी,बढ़िया…tag:openbooks.ning.com,2013-03-22:5170231:Comment:3366282013-03-22T09:00:17.289Zram shiromani pathakhttps://openbooks.ning.com/profile/ramshiromanipathak
<p><span>आदरणीया वंदना तिवारी जी,</span><span>बढ़िया हायकू प्रयास.........<span> ढ़ेर सारी शुभ कामनाएं ।</span><span>सादर</span></span></p>
<p><span>आदरणीया वंदना तिवारी जी,</span><span>बढ़िया हायकू प्रयास.........<span> ढ़ेर सारी शुभ कामनाएं ।</span><span>सादर</span></span></p> आदरेय केवल प्रसाद जी आपका बहु…tag:openbooks.ning.com,2013-03-22:5170231:Comment:3362022013-03-22T05:06:31.526ZVindu Babuhttps://openbooks.ning.com/profile/vandanatiwari
आदरेय केवल प्रसाद जी आपका बहुत शुक्रिया।<br />
आपकी टिप्पणी मेरा सम्बल हैं।<br />
सादर
आदरेय केवल प्रसाद जी आपका बहुत शुक्रिया।<br />
आपकी टिप्पणी मेरा सम्बल हैं।<br />
सादर आदरणीया प्राची जी हायकू मे ये…tag:openbooks.ning.com,2013-03-22:5170231:Comment:3363822013-03-22T05:03:40.718ZVindu Babuhttps://openbooks.ning.com/profile/vandanatiwari
आदरणीया प्राची जी हायकू मे ये मेरा पहला प्रयास है,मार्गदर्शन के लिए आपका सादर आभार।<br />
महोदया मेरा यहाँ(obo) उपस्थित होने का उद्देश्य स्वयं को प्रस्तुत/लोकप्रिय करने से पहले आप विद्वत जनों से सम्पर्क और सीखना है,आशा करती हूं आपका स्नेहात्मक सहयोग मिलता रहेगा।<br />
सादर!
आदरणीया प्राची जी हायकू मे ये मेरा पहला प्रयास है,मार्गदर्शन के लिए आपका सादर आभार।<br />
महोदया मेरा यहाँ(obo) उपस्थित होने का उद्देश्य स्वयं को प्रस्तुत/लोकप्रिय करने से पहले आप विद्वत जनों से सम्पर्क और सीखना है,आशा करती हूं आपका स्नेहात्मक सहयोग मिलता रहेगा।<br />
सादर!