Comments - गज़ल - Open Books Online2024-03-29T15:45:25Zhttps://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A323223&xn_auth=noजुर्म चाहे पेट से जन्मा नहीं,…tag:openbooks.ning.com,2013-02-26:5170231:Comment:3243002013-02-26T05:21:34.111Zrajesh kumarihttps://openbooks.ning.com/profile/rajeshkumari
<p>जुर्म चाहे पेट से जन्मा नहीं,मगर <br/>भूख पेट की ने जुर्म कराया होगा-----पेट की भूख ने</p>
<p>कथ्य व भाव बहुत सुंदर हैं ग़ज़ल के और भी निखार आ जायेगा वीनस जी की बात पर गौर फर्माए बहुत- बहुत बधाई </p>
<p>जुर्म चाहे पेट से जन्मा नहीं,मगर <br/>भूख पेट की ने जुर्म कराया होगा-----पेट की भूख ने</p>
<p>कथ्य व भाव बहुत सुंदर हैं ग़ज़ल के और भी निखार आ जायेगा वीनस जी की बात पर गौर फर्माए बहुत- बहुत बधाई </p> आदरणीय, बहर पर भी ध्यान दें…tag:openbooks.ning.com,2013-02-25:5170231:Comment:3242722013-02-25T18:57:30.000Zवीनस केसरीhttps://openbooks.ning.com/profile/1q1lxk02g9ue6
<p>आदरणीय, <br/> बहर पर भी ध्यान दें तो ग़ज़ल के आधारभूत तत्वों की भरपाई हो और रचना ग़ज़ल के मानकों पर खरी उतरे <br/>शुभकामनाएं</p>
<p>आदरणीय, <br/> बहर पर भी ध्यान दें तो ग़ज़ल के आधारभूत तत्वों की भरपाई हो और रचना ग़ज़ल के मानकों पर खरी उतरे <br/>शुभकामनाएं</p>