Comments - *****(श्रद्धा सुमन)***** - Open Books Online2024-03-29T07:06:21Zhttps://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A304712&xn_auth=nosabka hardik dhanyabadtag:openbooks.ning.com,2012-12-31:5170231:Comment:3051602012-12-31T06:08:57.499ZDeepak Sharma Kuluvihttps://openbooks.ning.com/profile/DeepakKuluvi
<p>sabka hardik dhanyabad</p>
<p>sabka hardik dhanyabad</p> उसकी कुर्बानी ब्यर्थ न जाय! न…tag:openbooks.ning.com,2012-12-31:5170231:Comment:3052222012-12-31T02:01:31.033ZJAWAHAR LAL SINGHhttps://openbooks.ning.com/profile/JAWAHARLALSINGH
<p>उसकी कुर्बानी ब्यर्थ न जाय! न्याय हो ...यही होगी सच्ची श्रद्धांजलि!</p>
<p>उसकी कुर्बानी ब्यर्थ न जाय! न्याय हो ...यही होगी सच्ची श्रद्धांजलि!</p> जो कुछ हुआ, वो अन्दर तक हिलाक…tag:openbooks.ning.com,2012-12-30:5170231:Comment:3049212012-12-30T04:55:02.651ZEr. Ganesh Jee "Bagi"https://openbooks.ning.com/profile/GaneshJee
<p>जो कुछ हुआ, वो अन्दर तक हिलाकर रख दिया, ऐसा लग रहा है जैसे हम सब दिन प्रतिदिन राक्षसी समाज का निर्माण कर रहे हैं, आखिर कैसे कोई इतना बहशी हो सकता है, जरुर उन सबके खून में दानवी लहू शामिल होगा |</p>
<p>भगवान दामिनी की आत्मा को शान्ति दे, और हमारे तंत्र को ऐसी इच्छा शक्ति दें कि उन कमीनों को फ़ासी पर शीघ्र लटका सके |</p>
<p>जो कुछ हुआ, वो अन्दर तक हिलाकर रख दिया, ऐसा लग रहा है जैसे हम सब दिन प्रतिदिन राक्षसी समाज का निर्माण कर रहे हैं, आखिर कैसे कोई इतना बहशी हो सकता है, जरुर उन सबके खून में दानवी लहू शामिल होगा |</p>
<p>भगवान दामिनी की आत्मा को शान्ति दे, और हमारे तंत्र को ऐसी इच्छा शक्ति दें कि उन कमीनों को फ़ासी पर शीघ्र लटका सके |</p> कानून की देवी की जो खुली न अब…tag:openbooks.ning.com,2012-12-29:5170231:Comment:3048182012-12-29T13:06:58.634Zलक्ष्मण रामानुज लडीवालाhttps://openbooks.ning.com/profile/LaxmanPrasadLadiwala
<p><span><span>कानून की देवी की जो खुली न </span><br/><span>अब भी अखियाँ बंद , कब होगा इन्साफ </span></span></p>
<div><span>उसका शहीद होना, मानवता पर कलंक है </span></div>
<div><span>प्रफ्भु उसकी आत्मा को शांति दे </span></div>
<p><span><span>कानून की देवी की जो खुली न </span><br/><span>अब भी अखियाँ बंद , कब होगा इन्साफ </span></span></p>
<div><span>उसका शहीद होना, मानवता पर कलंक है </span></div>
<div><span>प्रफ्भु उसकी आत्मा को शांति दे </span></div> BAHUT MARMIK
DHANYAWADtag:openbooks.ning.com,2012-12-29:5170231:Comment:3046542012-12-29T11:37:50.592ZShyam Narain Vermahttps://openbooks.ning.com/profile/ShyamNarainVerma
<p>BAHUT MARMIK</p>
<p>DHANYAWAD</p>
<p>BAHUT MARMIK</p>
<p>DHANYAWAD</p>