Comments - संवेदना--लघुकथा - Open Books Online2024-03-29T06:35:12Zhttps://openbooks.ning.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1058111&xn_auth=noइस सारगर्भित टिप्पणी के लिए ब…tag:openbooks.ning.com,2021-04-09:5170231:Comment:10581692021-04-09T11:58:49.443Zविनय कुमारhttps://openbooks.ning.com/profile/vinayakumarsingh
<p>इस सारगर्भित टिप्पणी के लिए बहुत बहुत आभार आ<span> </span><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami" class="fn url">लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'</a><span> </span>जी</p>
<p>इस सारगर्भित टिप्पणी के लिए बहुत बहुत आभार आ<span> </span><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami" class="fn url">लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'</a><span> </span>जी</p> इस सारगर्भित टिप्पणी के लिए ब…tag:openbooks.ning.com,2021-04-09:5170231:Comment:10581682021-04-09T11:58:24.074Zविनय कुमारhttps://openbooks.ning.com/profile/vinayakumarsingh
<p>इस सारगर्भित टिप्पणी के लिए बहुत बहुत आभार आ तेज वीर सिंह जी</p>
<p>इस सारगर्भित टिप्पणी के लिए बहुत बहुत आभार आ तेज वीर सिंह जी</p> इस सारगर्भित टिप्पणी के लिए ब…tag:openbooks.ning.com,2021-04-09:5170231:Comment:10582072021-04-09T11:57:44.821Zविनय कुमारhttps://openbooks.ning.com/profile/vinayakumarsingh
इस सारगर्भित टिप्पणी के लिए बहुत बहुत आभार आ चेतन प्रकाश जी
इस सारगर्भित टिप्पणी के लिए बहुत बहुत आभार आ चेतन प्रकाश जी आ. भाई विनय कुमार जी, अच्छी र…tag:openbooks.ning.com,2021-04-07:5170231:Comment:10581502021-04-07T15:37:56.874Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'https://openbooks.ning.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई विनय कुमार जी, अच्छी रचना हुई है । हार्दिक बधाई ।</p>
<p>आ. भाई विनय कुमार जी, अच्छी रचना हुई है । हार्दिक बधाई ।</p> हार्दिक बधाई आदरणीय विनय कुमा…tag:openbooks.ning.com,2021-04-06:5170231:Comment:10579672021-04-06T12:36:18.325ZTEJ VEER SINGHhttps://openbooks.ning.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय विनय कुमार जी। एक कड़वी सच्चाई का बेहतरीन तरीके से वर्णन करती शानदार लघुकथा।</p>
<p></p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय विनय कुमार जी। एक कड़वी सच्चाई का बेहतरीन तरीके से वर्णन करती शानदार लघुकथा।</p>
<p></p> भाई, विनय कुमार लघुकथा कथा त…tag:openbooks.ning.com,2021-04-04:5170231:Comment:10580552021-04-04T12:37:55.262ZChetan Prakashhttps://openbooks.ning.com/profile/ChetanPrakash68
<p>भाई, विनय कुमार लघुकथा कथा तत्व में अद्भुत कसावट के होते कथ्य के उल्लेखनीय निर्वहन के कारण से ही 'लघुकथाकार कही जाती ही है, कृपया इस कथन के संदर्भ अपनी प्रस्तुति पर मनन करें! इति !</p>
<p>भाई, विनय कुमार लघुकथा कथा तत्व में अद्भुत कसावट के होते कथ्य के उल्लेखनीय निर्वहन के कारण से ही 'लघुकथाकार कही जाती ही है, कृपया इस कथन के संदर्भ अपनी प्रस्तुति पर मनन करें! इति !</p>